देहरादून। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को पहले रामनगर से टिकट दिया गया था लेकिन अब उनको शिफ्ट कर दिया गया है और अब हरीश रावत को लालकुआं से टिकट दिया गया है। रामनगर से लालकुआं टिकट शिफ्ट होने पर हरीश रावत ने माफी मांगी और कहा कि मैं अपनी जिंदगी की एक बड़ी अभिलाषा को पूरा नहीं कर पाया। रावत कल रामनगर से नामांकन करने की घोषणा कर चुके थे, पर देर रात कांग्रेस ने पांच सीटों पर व्यापक बदलाव कर दिया।
सोशल मीडिया पोस्ट में रावत ने कहा कि कहीं माँ गर्जिया की प्रार्थना में मुझसे कुछ त्रुटि रह गई। मैं क्षमा चाहता हूँ, माँ गर्जिया देवी से भी और आप सब रामनगर वासियों से भी। आगे हरीश रावत ने लिखा कि रामनगर से चुनाव न लड़ना मेरे लिए एक भावनात्मक चोट है। मैं चुनाव भले ही न लड़ पा रहा हूँ रामनगर से, मगर रामनगर हमेशा मेरे हृदय में रहेगा और मैं जिस अभिलाषा के साथ रामनगर और उससे चारों तरफ से जुड़े हुए क्षेत्रों का आर्थिक गतिविधियों का केंद्र बनाने के लिए चुनाव लड़ना चाहता था, उस इच्छा को मैं हमेशा आगे बढ़ाऊंगा।
वो लिखते हैं, कांग्रेस के साथियों का जिन्होंने मेरे साथ बड़ी-बड़ी कल्पना जोड़ ली थी, सर्वथा विपरीत परिस्थितियों में ये कमर कसकर मुझे विजयश्री दिलवाने के लिए रात-दिन काम करना शुरू कर दिया था, मैं उन सबसे भी क्षमा प्रार्थी हूँ। मैं आपका अपराधी हूँ, पार्टी का आदेश मानना मेरा कर्तव्य है। मैं अब उस कर्तव्य को पूरा करने के लिए आप सब साथियों का स्नेह और रामनगर की जनता-जनार्दन और माँ गर्जिया का आशीर्वाद लेकर लालकुआं जा रहा हूं।