अवैध अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन सख्त रवैया अपनाए हुए हैं। इस बीच रविवार को आईडीपीएल परिसर को खाली कराने के लिए भारी पुलिस बल के साथ प्रशासन की टीम ने भवनों को तोड़ने का कार्य शुरू कर दिया है। इस दौरान कई लोग प्रशासन का विरोध भी कर रहे हैं।
IDPL का ध्वस्तीकरण कार्य शुरू
लोगों के विरोध को देखते हुए पुलिस और वन विभाग की ओर से बड़ी संख्या में फोर्स मौके पर तैनात है। ऑफिसर कॉलोनी से भवनों को तोड़ने का कार्य शुरू कर दिया गया है। अभी तक करीब 10 भवन तोड़े जा चुके हैं। कार्रवाई के खिलाफ स्थानीय लोगों ने हरिद्वार मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया है।
विरोध के बीच एक बुजुर्ग घायल
प्रशासन की ओर से इस मार्ग पर ट्रैफिक जाम देखते हुए एम्स और श्यामपुर बाईपास रोड पर डायवर्ट किया गया है। बता दें विरोध के बीच एक बुजुर्ग व्यक्ति लड़खड़ा कर जमीन पर गिर गए। बुजुर्ग के सिर पर चोट आई है। जिसके बाद उन्हें राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में भर्ती कराया गया है।
खाली भवनों का होगा ध्वस्तीकरण
जानकारी के मुताबिक वन मंत्री सुबोध उनियाल ने आइडीपीएल में रहने वाले परिवारों की परिस्थितियों का संज्ञान लेते हुए वन विभाग एवं जिला प्रशासन को निर्देशित किया है कि वर्षाकाल के दौरान केवल उन्हीं भवनों का ध्वस्तीकरण किया जाए जिस पर कोई निवास नहीं कर रहा है।
जानकारी के मुताबिक अपर जिलाधिकारी एसके बरनवाल ने बताया कि लोक निर्माण विभाग की मदद से जेसीबी और पोकलेंड मशीन मनाई गई है। खाली भवनों को तोड़ा जा रहा है।