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उत्तराखंड में एक ऐसा दिलचस्प मामला सामने आया है जिसमें एक शख्स ने अपने दोस्त के ऊपर उसकी बारात में न ले जाने पर 50 लाख का मुकदमा ठोंक दिया है।
जी, अब आप सोचेंगे कि ऐसा कैसे हो सकता है। ये तो दूल्हे की मर्जी वो अपनी बारात में अपने किस दोस्त को ले जाता है और किसको नहीं। लेकिन अब पूरा माजरा यहां पढ़िए।
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दरअसल उत्तराखंड के हरिद्वार के बहादराबाद की आराध्या कॉलोनी निवासी रवि की शादी 23 जून 2022 बिजनौर जनपद के धामपुर निवासी लड़की के साथ तय हुई थी। हरिद्वार के कनखल के चंद्रशेखर और रवि गहरे दोस्त थे।
चंद्रशेखर ने रवि की शादी तय हुई तो खूब तैयारी की। दोस्त की शादी के कार्ड भी बांटे और अन्य सहयोग भी किया। रवि ने चंद्रशेखर को उन बारातियों की लिस्ट भी बना कर दी जिन्हें हरिद्वार से बारात में शामिल होकर बिजनौर के लिए निकलना था।
चंद्रशेखर के कहने पर रवि के कई दोस्त बारात के समय पर रवि के घर पहुंचे। वहां पहुंचकर पता चला कि रवि बारात लेकर जा चुका है। रवि के दोस्तों ने चंद्रशेखर से संपर्क किया तो उसने रवि से बात की। चंद्रशेखर ने अपनी शिकायत में बताया है कि रवि ने इस दौरान उससे और अन्य दोस्तों से बेहद बेरुखी से बात की और वापस चले जाना को कहा। वहीं जो दोस्त चंद्रशेखर के कहने पर बारात के समय पर पहुंचे थे उन सभी ने चंद्रशेखर को खूब खरी खोटी सुनाई। क्योंकि इनमें से अधिकतर को चंद्रशेखर ने ही कार्ड दिया था। ऐसे में चंद्रशेखर को बात दिल पर लग गई। चंद्रशेखर ने रवि को बताया भी कि उसके व्यवहार से उसे दुख पहुंचा है लेकिन रवि का व्यवहार बेरुखी वाला ही रहा। इसके बाद चंद्रशेखर ने रवि पर मानसिक प्रताड़ना पहुंचाने के आरोप में 50 लाख का मानहानी का मुकदमा कर दिया। फिलहाल रवि को माफी मांगने का एक मौका दिया गया है। अगर वो माफी मांग लेता है तो मामला रफा दफा हो सकता है।