हरिद्वार के भगवानपुर में पिछले दिनों अनाज की टंकी में युवक का शव मिलने की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने इस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
आपको बता दें कि भगवानपुर में थाने से कुछ दूरी पर चांद कॉलोनी में 3 मंजिला मकान के सिकंदर नामक एक व्यक्ति ने किराए पर दिया हुआ था। इस बिल्डिंग में आस-पास के फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारी रहते थे। इसी दौरान एक कमरे में रहने वाले कर्मचारी अचानक कहीं चले गए। सिकंदर ने जब इन कर्मचारियों का कमरा दो दिनों बाद खोला तो हैरान रह गया। कमरे में रखी अनाज की टंकी में एक युवक का शव पड़ा था।
इस मामले में पुलिस ने तहकीकात शुरु की। मुखबिरों को एक्टिवेट करने के साथ ही आसपास के सीसीटीवी चेक किए गए। पता चला कि टंकी में मिला शव पौड़ी के पाबौ के रहने वाले नितिन भंडारी का था। नितिन की हत्या का राज खोलने के लिए पुलिस ने कमरे में रहने वालों की तलाश शुरु की। इसी दौरान सर्विलांस की मदद से संदिग्ध मोबाइल नंबरों की लोकेशन भी निकाली गई।
आखिरकार पुलिस को पता चला कि नितिन की हत्या तीन भाइयों और उनकी मां ने की है। हत्या की वजह प्लाट खरीदने के लिए दिए गए पैसे मांगने का दबाव था। दरअसल नितिन ने रूम में रहने वाले परिवार के साथ भगवानपुर में एक प्लाट लेने खरीदने का सौदा किया। इसके एवज में नितिन ने डेढ़ लाख रुपए नकद और एक लाख बीस हजार रुपए अकाउंट में ट्रांसफर किए।
लेकिन बाद में नितिन का मन बदल गया और वो प्लाट खरीदने के लिए दी गई रकम वापस मांगने लगा। पैसे न लौटाने पड़े इसीलिए पूरे परिवार ने मिल कर नितिन को मार डाला। नितिन का शव छिपाने के लिए भगवानपुर से अगले ही दिन अनाज की बड़ी टंकी खरीदी गई। उसमें नितिन का शव रखकर उसे कंबलों से ढंक दिया और कमरा छोड़ कर भाग निकले।
नितिन की हत्या के बाद इन लोगों ने एक पिकअप बुक की और सारा सामान लाद कर बुलंदशहर भेज दिया। इस बात की तस्दीक पिकअप वाले ने भी की। हालांकि चारों ने अपनी लोकेशन अलग अलग रखी। एक जयपुर, एक नोएडा को निकल गया। फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।