देहरादून : उत्तराखंड कांग्रेस चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष पूर्व सीएम हरीश रावत ने भाजपा सरकार पर जमकर हमले बोले। उन्होंने कहा कि कोई भाजपाई इनकार नहीं कर सकता कि कुंभ का टेस्टिंग घोटाला नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य के लिए बेरोजगारी 2021 का सबसे बड़ा दर्द है। उपनल के भाई-बहनों ने मुझसे अपना दर्द बयां किया है। उन्होंने कहा कि लोग पांच साल से परेशान हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
हरीश रावत ने कहा कि सरकार जख्मों पर नमक छिड़कने का काम कर रही है। राज्य बेरोजगारी का दंश झेल रहा है। राज्य में बेरोजगारी का प्रतिशत सर्वाधिक रहा है, जिसका असर लोगों पेट पर पड़ा है। उन्होंने कहा कि हमने राज्य में साल बीतते-बीतते भ्रष्टाचार को शिष्टाचार बनते देखा है। खुलेआम दोनों हाथों नीलामी की गई। खनन के नाम पर गाड़ गदेरे सब खोद डाले गए।
पूर्व सीएम ने कहा कि सरकार ने दिखावे के लिए अधिकारियों को सस्पेंड किया गया। खनन को जो भी नियम थे, उनकी धज्जियां उड़ाई गई। इस साल दलित उत्पीड़न का मामला भी सामने आया। उन्होंने कहा कि एक भोजन माता को केवल इसलिए परेशान किया गया कि वह दलित थी। सरकार ने उसको नौकरी से निकाल दिया था, लेकिन कांग्रेस के दबाव के बाद उसकी नौकरी बच गई।
सड़क खराब होने की शिकायत पर पुलिसिया उत्पीड़न भी एक दलित को झेलना पड़ा। उन्होंने कहा कि उस व्यक्ति के साथ 11 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया जाता है। गंभीर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि उस व्यक्ति के ऊपर विधायक के इशारे पर ऊपर पेशाब तक कि जाति है। हरदा ने कहा कि ये सब प्रदेश के दर्दनाक मुद्दे हैं, जिनको हम उठा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस दलित उत्पीड़न, महंगाई, खनन महंगाई को लेकर कार्यक्रम चलाएगी। उन्होंने कहा कि जो भी समस्याएं थी, 2022 में सभी का हल निकले इस पर कांग्रेस का प्रयास रहेगा। उन्होंने कहा कि साल के पहले दिन एक जनवरी को संघर्ष संकल्प के रूप में गांधी जी की प्रतिमा के पास उपवास पर बैठेंगे। पूर्व सीएम हरदा ने कहा कि 22 में हमारा संकल्प है कि हम फिर से लड़ेंगे और एक अच्छा उत्तराखंड अपने लोगों को देंगे।