चमोली – उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रो में इन दिनों सफर करना किसी खतरे से खाली नहीं है। यात्रियों की जान जोखिम में है। बरसाती सीजन में लगातार हो रही बारिश के चलते पहाड़ों से मलवा और पत्थर गिरने से कई सड़के बंद हो गई है और कई बंद सड़कों को खोला जा चुका है। वहीं बता दें कि ऋषिकेश बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग कर्णप्रयाग में बार बार बाधित हो रहा है जिससे लोगों को बार बार दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कर्णप्रयाग के समीप उमा माहेश्वर आश्रम के पास हाइवे बार बार बन्द हो रहा है, यहां पर पहाड़ी दरक जाने के चलते यह डेंजर जॉन बन गया है। हल्की सी भी बारिश आने पर पहाड़ी से पत्थर गिरने शुरू हो जा रहे हैं । जिससे मार्ग बार बार बाधित हो रहा है। मार्ग के बाधित होने से जहां राहगीर परेशान है तो यह प्वाइंट पुलिस व प्रशासन के लिए भी सिर दर्द बन गया है।
बता दें कि बीती रात से हाइवे इस स्थान पर 3 बार बाधित हो चुका है। हांलांकि कार्यदायी एजेंसी द्वारा मार्ग को खोल भी दिया जा रहा है लेकिन यह पॉइंट अब नासूर बन चुका है ।इसी तरह पिण्डरघाटी में बगोली-नलगांव और हरमनी के बीच भी कर्णप्रयाग-ग्वालदम-बैजनाथ-अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग बार बार पहाड़ी से मलवा पत्थरों के सड़क पर भारी मात्रा में आ जाने से यातायात व्यवस्था अवरुद्ध हो जा रहा है।
बताते चलें कि इन दोनों पर्वतीय क्षेत्रों में सड़कों पर चौड़ीकरण का कार्य युद्धस्तर पर चल रहे हैं। जिससे पहाड़ों को बड़ी बड़ी मशीनों से काटा जा रहा है। मानसून अपने चरम पर होने के चलते जरा सी बारिश होने पर सड़कों का यातायात के लिए ठप्प हो जाना अब आम बात हो गई है। जिससे वाहनों की लंबी-लंबी कतारों में मुसाफिरों को घंटों तक मुश्किलें झेलनी पड़ रही है।