प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में दिल्ली में नीति आयोग गवर्निंग काउंसिल की 8वीं बैठक संपन्न हुई। बैठक में ‘विकसित भारत’ पर चर्चा हुई। हालांकि इस बैठक में भी राजनीतिक सियासत देखने को मिली। आठ राज्यों के सीएम ने आने से इनकार कर दिया। इस फैसले को भाजपा ने जनविरोधी और गैर जिम्मेदाराना बताया है। उन्होंने कहा कि बैठक से किनारा करके सीएम अपने राज्यों की आवाज दबा रहे हैं।
इन राज्यों के सीएम नहीं हुए शामिल
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पंजाब के भगवंत मान, पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी, बिहार के नीतीश कुमार, तेलंगाना सीएम के चंद्रशेखर राव, राजस्थान के अशोक गहलोत, केरल के पिनाराई विजयन और तमिलनाडु के एमके स्टालिन इस बैठक में शामिल नहीं हुए।
मोदी विरोध में कहां तक जाएंगे – रविशंकर
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आज नीति आयोग की बैठक में आठ मुख्यमंत्री नहीं आए। उन्होंने कहा कि नीति आयोग देश के विकास और योजनाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस बैठक के लिए 100 मुद्दे तय किए गए हैं, अब जो मुख्यमंत्री नहीं आए हैं वो अपने प्रदेश की जनता की आवाज यहां तक नहीं ला रहे हैं। मंत्री ने शामिल नहीं होने वाले उन सभी मुख्यमंत्रियों से पूछा कि आखिर वे मोदी विरोध में कहां तक जाएंगे? उन्होंने कहा कि आपको पीएम मोदी का विरोध करने के लिए और भी कई अवसर मिलेंगे। कम से कम अपने राज्यों के लोगों के बारे में तो सोचों। उनके विकास के काम में क्यों बाधा पहुंचा रहे हो। मंत्री ने कहा कि आठ मुख्यमंत्रियों द्वारा बैठक का बहिष्कार करने का यह निर्णय पूरी तरह से गैर जिम्मेदाराना है और सार्वजनिक हित के खिलाफ है।