देहरादून: उत्तराखंड STF का एक्शन लगातार जारी है। STF लगातार अपराधियों को पकड़ने का अभियान छेड़े हुए हैं। अब तक कई खूंखार और शातिर अपराधियों को एसटीएफ गिरफ्तार कर चुकी है। लगातार कार्रवाई से अपराधियों में भी खौफ है। उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स से बचना बदमाशों के लिए कठिन हो गया है।
एसटीएफ ने पिछले सात साल से फ़र्ज़ी पालिसी और शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट के नाम से महिला से 68 लाख की ठगी कर चुका था। जुलाई 2021 में जालसाजी का पता चलने पर साइबर पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस पूरी ठगी के मास्टरमाइंड को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया है। विभिन्न जगहों पर बैठे साइबर अपराधी फ्रॉड को अंजाम दे रहे थे। दर्जनों मोबाइल, फेक सिम कार्ड, फर्जी बैंक एकाउंट के माध्यम से पैसे ट्रांसफर किए जा रहे थे।
साइबर क्राइम के गैंग में महिला भी शामिल है। लोगों को भरोसे में लेने के लिए महिलाओं से बात कराई जाती थी। स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखंड द्वारा पकड़े गए गैंग के मास्टरमाइंड से पूछताछ में कई खुलासे हो रहे हैं। पूर्व में नाइजीरियन द्वारा फ्रॉड में भी इसी तरह से लोगों से ठगी की जा रही थी। पॉलिसी का डेटा साइबर ठगों के पास पहुंच रहा था। इसके चलते ही वो आसानी से लोगों को अपने जाल में फंसा लेते थे।