चमोली : चमोली में तबाही के बाद एनडीआरएफ, एसडीआएफ, सेना, आईटीबीपी और पुलिस का अभियान लगातार जारी है। वहीं एनडीआरएफ के साथ आईएएफ को संयुक्त रूप से बचाव कार्य अभियान का जिम्मा सौंपा गया. बता दें कि अभी तक 26 लोगों के शव एसडीआऱएफ ने बरामद किए हैं जिसमे से 2 की शिनाख्त कर ली गई है।
बता दें कि अभी अभी एसडीआरएफ को एक ओरशव बरामद हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार धारी देवी से आगे गोवा बीच पर एसडीआरएफ को सर्चिंग के दौरान एक शव बरामद हुआ जिसके बाद मरने वालों का आंकड़ा 26 तक पहुंच गया है। वहीं 6 लोग घायल हुए हैं। साथ ही 197 लोग लापता है। 5 पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं। जानकारी मिलीहै कि इस हादसे में एनटीपीसी के 12 मजदूरों की जान बचाई गई है।
सीएम पहुंचे तपोवन
वहीं बता दें कि सीएम एक बार फिर से तपोवन पहुंचे हैं और सीएम ने राहत और बचाव कार्य का निरीक्षण किया साथ ही अधिकारियों को जरुरी दिशा निर्देश दिए। इस दौरान मौके पर डीजीपी अशोक कुमार भी मौजूद हैं। सीएम ने ट्वीट कर जानकारी दी कि वो रात आपदा प्रभावित क्षेत्र में ही रात्रि निवास करेंगे।
इसके बाद आईएएफ की तरफ से तीन हेलिकॉप्टर जिनमें दो Mi-17 और एक ALH ध्रुव को देहरादून में तैनात किया गया. इन पर बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई. आईएएफ ने रविवार की शाम हिंडन से IAF C130 के जरिए 60 बचाव कर्मियों को 5 टन के भार के साथ एयरलिफ्ट किया. इसके बाद एनडीआरएफ की अतिरिक्त आवश्यकता को लेकर एक और C130 और AN 32 विमान की तैनाती हिंडन पर की गई थी. जबकि तीन Mi-17 की तैनाती भी जॉली ग्रांट पर की गई थी. इनकी तैनाती जोशीमठ से एनडीआरएफ की टीम को एयरलिफ्ट करने के लिए की गई थी.
आईएएफ की तरफ से जारी डैमेज रिपोर्ट के मुताबिक धौली गंगा और ऋषि गंगा के संगम पर बने तपोवन हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर डैम पूरी तरह से नष्ट हो गया है. मलारी वैली की शुरुआत में बने दो पुल भी तबाह हो गए हैं. जोशीमठ और तपोवन को जोड़ने वाली मुख्य सड़क सुरक्षित है. तपोवन के कई इलाकों में निर्माण कार्य बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. नंदा देवी ग्लेशियर की शुरुआत से पीपलकोटी, चमोली के साथ- साथ धौली गंगा और अलकनंदा में मलबे देखे गए हैं.