पाकिस्तान के पर्वतीय पर्यटन स्थल मुर्री में भारी हिमपात और अधिक संख्या में पर्यटकों के आने के कारण वाहनों में फंसने से 9 बच्चों समेत 21 लोगों की मौत हो गई. जिसके बाद शनिवार को इसे आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित कर दिया गया. रावलपिंडी जिले में स्थित मुर्री तक जाने वाला हर रास्ता उस वक्त अवरुद्ध हो गया जब हजारों की संख्या में वाहन शहर में आ गये और पर्यटक सड़कों पर फंस गए.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार लगभग 1 हजार कार पर्यटन स्थल पर फंस गये. पंजाब के मुख्यमंत्री ने बचाव कार्य में तेजी लाने और फंसे हुए पर्यटकों को मदद पहुंचाने के निर्देश जारी किये. ‘रेस्क्यू 1122’ द्वारा बनाई गई सूची के अनुसार, नौ बच्चों समेत कम से कम 21 लोगों की मौत हो गयी है.
प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बयान कहा कि मुर्री जाने वाले रास्ते पर पर्यटकों की मौत की घटना से वह स्तब्ध और दुखी हैं. खान ने ट्वीट किया कि जबरदस्त बर्फबारी और मौसम की स्थिति जाने बिना भारी संख्या में पर्यटकों के आने से जिला प्रशासन तैयारी नहीं कर सका. जांच के आदेश दिए गए हैं और इस तरह की त्रासदी दोबारा न हो, इसके लिए कड़े नियम बनाये जा रहे हैं. गृह मंत्री शेख रशीद ने एक वीडियो संदेश में कहा कि सड़कों से वाहनों को हटाने के लिए सेना को तैनात किया गया है. उन्होंने कहा कि मुर्री में 15-20 साल बाद इतनी अधिक संख्या में पर्यटक आए थे, जिसके कारण यह हादसा हुआ. रशीद ने कहा कि सरकार को इस्लामाबाद से मुर्री तक सड़क मार्ग बंद करना पड़ा.