उत्तरकाशी के नए कप्तान प्रदीप राय की टीम ने नए साल पर नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। बता दें कि बीती देर शाम कोतवाली, बाजार चौकी पुलिस और एसओजी की टीम ने 1 किलो से ज्यादा की चरस के साथ एक तस्कर को गिऱफ्तार किया है। पुलिस की नशे के खिलाफ ये कार्रवाई नए साल पर सबसे बड़ी कार्रवाई है। वहीं एसपी प्रदीप राय ने टीम के काम से खुश होकर 10 हजार का इनाम दिया है। चरस की अनुमानित कीमत 1 लाख से ज्यादा की बताई जा रही है।
01 किलो 100 ग्राम अवैध चरस के साथ गिरफ्तार
आपको बता दें कि जिले के नए कप्तान प्रदीय राय ने कुर्सी संभालते ही अपनी प्राथमिकताएं गिनाई थी जिनमे से एक थी जिले को नशा मुक्त करना। एसओजी और कोतवाली पुलिस समेत बाजार चौकी पुलिस की संयुक्त टीम ने 31 की रात चैकिंग अभियान के दौरान हंसलोक होटल बस अड्डा, उत्तरकाशी के पास से कृष्णा शाह नाम के व्यक्ति को 01 किलो 100 ग्राम अवैध चरस के साथ गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी और बरामदगी के आधार पर आरोपी के विरुद्ध उत्तरकाशी कोतवाली पर एनडीपीसी एक्त के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
आरोपी की है ज्वैलर्स की शॉप, खुद करता है भांग की खेती
पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया कि वह चौकी कमद (धौंतरी) का मूल निवासी है, वह पाँच भाई व एक बहन हैं। साथ ही वर्तमान में उसकी डुण्डा में स्वाति ज्वैलर्स के नाम से शॉप है, अभियुक्त द्वारा स्वयं भांग की खेती कर पैंसो के लालच में इसकी तस्करी की जा रही थी। अभियुक्त के आपराधिक इतिहास के विषय में जानकारी प्राप्त की जा रही है। अभियुक्त को आज मा0 न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा।
वहीं एसपी प्रदीप राय ने टीम के कार्य की सराहना करते हुए खुश होकर उत्साहवर्धन के लिए टीम को 10 हजार का ईनाम दिया।
नाम पता अभियुक्त
कृष्णा शाह पुत्र बलवीर शाह निवासी ग्राम भडकोट तह0 डुण्डा जिला- उत्तरकाशी उम्र-36 वर्ष ।
बरामद माल- 01 किलो 100 ग्राम अवैध चरस (कीमत करीब- 1,10,000)
बरामदगी/गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम
1-निरीक्षक अजय सिंह –प्रभारी एसओजी उत्तरकाशी
2-उप निरीक्षक सतवीर सिंह- कोतवाली उत्तरकाशी
3-कानि0 दीपक चौहान- कोतवाली उत्तरकाशी
4-कानि0 मनीष राठी- कोतवाली उत्तरकाशी
5-कानि0 नरेन्द्र राणा- कोतवाली उत्तरकाशी
6-कानि0 औसाफ खान- एसओजी उत्तरकाशी
7-कानि0 विजेन्द्र सिंह- एसओजी उत्तरकाशी
8-कानि0 काशीष भट्ट-एसओजी उत्तरकाशी
9-कानि0 सुनील राणा- एसओजी उत्तरकाशी
10-कानि0 पवन चौहान- एसओजी उत्तरकाशी।