उधमसिंह नगर : उत्तराखंड में साइबर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। साइबर ठगी पर लगाम लगाने के लिए साइबर थाने भी खोेले गए हैं लेकिन फिर भी ठगों को जरा भी खौफ नहीं है और आए दिन ठगी को अंजाम दे रहे हैं। ताजा मामले उधमसिंह नगर जिले से हैं जहां दो प्रोफेसर ठगी के शिकार हुए हैं। मामले पन्तनगर कृषि विश्वविद्यालय के दो प्रोफेसरों के हैं जिनके साथ लाखों रुपये की ठगी हुई है। ऑनलाइन जानकारी से साथ साथ अब पढ़े लिखे लोगों को भी ठग अपना शिकार बना रहे हैं।
आपको बता दें कि न्तनगर कृषि विश्वविद्यालय के दो प्रोफेसरों के खातों से केवाईसी के नाम पर लगभग 9 लाख रुपये की ठगी की गई है। दोनों ही मामलों में पंतनगर थाने में पुलिस ने अभियोग पंजीकृत कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार पहला मामला 6 सितंबर का है, जहां विश्वविद्यालय में रसायन विज्ञान विभाग की प्रोफेसर अंजना श्रीवास्तव के पास दो नम्बरों से फोन आया और अपने आप को एसबीआई पन्तनगर शाखा का कर्मचारी बता कर केवाईसी अपडेट कराने के नाम पर ठगी की गई। फोन करने वाले ने शाखा में तैनात बैंक कर्मी का नाम लिया तो प्रोफेसर को विश्वास हो गया कि वह पन्तनगर एसबीआई से बातचीत कर रही हैं।इसके बाद प्रोफेसर ने मोबाइल में क्विक सपोर्ट एप डाउनलोड करने को कहा फिर 9 अंकों का कोड बताने को कहा गया। जैसे ही उनके द्वारा कोड के बारे में बताया गया वैसे ही उनके खाते से 2,99,498 साफ हो गए। जिस पर उन्हें ठगी होने का एहसास हुआ।
वहीं दूसरा मामला 7 सितंबर का है, विश्वविद्यालय के पर्यावरण विज्ञान विभाग में तैनात डॉ. जय प्रकाश नारायण राय के खाते से साइबर ठगों ने क्विक सपोर्ट डाउनलोड कराकर खाते से 6 लाख, 7 हजार 999 साफ हो गए। ठगी का एहसास होने पर दोनों प्रोफेसरों द्वारा थाना पन्तनगर पुलिस को तहरीर सौंपी है। थाना पुलिस ने तहरीर के आधार पर अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर केस की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।