पिछले दिनों रिलीज हुई सैफ अली खान की वेब सीरीज तांडव पर हंगामा मचा हुआ है। अली अब्बास जफर के निर्देशन में बनी इस वेब सीरीज पर भगवान राम नारद और शिव के अपमान के आरोप लगे हैं। लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर इसे बैन करने की मांग की जा रही है। वहीं संत समाज भी तांडव के विरोध में सामने आए हैं। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का कहना है कि विशेष समुदाय के धर्म के लोगों ने हमारे देवी देवताओं का मजाक बनाया है। अभी आई वेब सीरीज तांडव में हमारे देवी देवताओं को अपमानित करके दिखाया गया है यह बहुत ही असहनीय और बर्दाश्त से बाहर है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद सरकार ने मांग की कि इस पर तुरंत रोक लगाई जाए। कहा कि विशेष समुदाय के उन लोगों को मैं चेतावनी देना चाहता हूं जो लोग यह सोचते हैं कि हिंदू धर्म को मानने वाले लोग या संत महात्मा कमजोर हैं तो वह समझ ले कि हम कमजोर नहीं है. उसका उदाहरण गोधरा कांड आप देख इनका कहना है कि फिल्मी जगत में उस समुदाय का काफी बड़ा क्षेत्र हो गया है वह अपने मौलवी अपने मदरसों में होने वाले कार्य को नहीं दिखाते और जहां संत महात्मा और हमारे देवी देवता का अपमान करना होता है तो वह इस कार्य को करते हैं। यह बर्दाश्त से बाहर है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि वह केंद्र और राज्य सरकार से मांग करते हैं कि ऐसे टीवी सीरियल पर और फिल्म बनाने पर रोक लगाई जाए, नहीं तो साधु संत सड़कों पर आएंगे और जरूरत पड़ी तो बहुत बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
आज देश में ऐसा समय आ गया है कि लोग भगवान को भी नहीं छोड़ रहे हैं-गिरी
निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी का कहना है कि यह बहुत ही दुर्भाग्य का विषय है भारतीय संस्कृति में हमारे राम कृष्ण शिव और सभी देवी देवता को लोग अपना आदर्श मानते हैं और घरों में उनकी पूजा की जाती है मगर आज देश में ऐसा समय आ गया है कि लोग भगवान को भी नहीं छोड़ रहे हैं और अभद्र व्यवहार कर रहे हैं लोग भगवान की मर्यादा का उल्लंघन करके विवाद पैदा कर रहे हैं और उसको मंच पर ला रहे हैं आज ऐसा देखने को मिल रहा है भगवान राम और शिव के प्रति अभद्र व्यवहार किया जा रहा है यह उस व्यक्ति के लिए अहित तो है ही लेकिन जो व्यक्ति इस वेब सीरीज को देख रहा है वो इसका विरोध करें और जो भी डायरेक्टर प्रोड्यूसर या निर्देशक है उनके खिलाफ सेंसर बोर्ड द्वारा नोटिस देकर कड़ी से कड़ी सजा दी जाए और ऐसे चित्रण करने वाले जो व्यक्ति है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए जिससे वह दोबारा ऐसी हरकत ना करें हम मांग करते हैं कि सरकार इसको लेकर एक कानून लाए जो भी वेबसाइट्स के माध्यम से फिल्में बना रहे हैं सेंसर बोर्ड की अनुमति के बिना वह रिलीज ना कर सके