देहरादून : कांग्रेस की दूसरी लिस्ट जारी होने के बाद करीबन 50 सीटों पर बगावत के सुर उठने लगे हैं। कई नेताओं ने टिकट ना मिलने से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बना लिया है। हरीश रावत तो रामनगर से टिकट दिया गया है जिसका रणजीत रावत और उनके समर्थक विरोध कर रहे हैं। ऊपर से कांग्रेस ने ये कहर अपनी भद्द पिटवा ली कि वो 16 सीटों पर कमजोर हैं और पदाधिकारी उन सीटों पर प्रचार प्रसार कर जीत दिलाने में मदद करेंगे।
वहीं बता दें कि आज बुधवार को तो पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को घोर विरोध का सामना करना पड़ा वो भी वाल्मिकी समाज के लोगों का। आपको बता दें कि ज्वालापुर विधानसभा से बाल्मीकि समाज को टिकट नहीं मिलने पर समाज के लोगों ने देहरादून पहुंचकर हरीश रावत का घेराव किया और जमकर विरोध किया। बाल्मीकि समाज के लोगों का कहना है कि कांग्रेस ने वाल्मिकी समाज की अनदेखी की।
पूर्व राज्य मंत्री किरण पाल बाल्मीकि ने कहा कि बाल्मीकि समाज को अनदेखा कर किसी और को प्रत्याशी बनाया गया जिसके कारण बाल्मीकि समाज में भारी रोष है। रवि बहादुर ने कहा कि किस मुंह से जनता के बीच वोट मांगने जाएं। जबकि बाल्मीकि समाज का जनाधार बहुत अधिक है। जब आपके साथ गलत हुआ था तब समझ बाल्मीकि समाज ने आपका साथ देख कर के आप को मुख्यमंत्री बनाया था।हरीश रावत ने कहा कि जारी होने के बाद अब कुछ नहीं हो सकता और इस प्रकार का व्यवहार उचित नहीं है। इस अवसर पर राजेन्द्र श्रमिक, सुरेंद्र तेश्वर, विशाल बिरला,सुनील राजोर,राजेन्द्र भँवर, मोहन काला, अजय कुमार, सैकड़ो लोग शामिल थे।