उत्तरकाशी : उत्तरकाशी जिले में अफसरशाही का शाही नहीं बल्कि क्रूर और धमक वाला चेहरे सामने आया। एक बार फिर से उत्तराखंड में अफसरशाही हावी दिखी। जी हां बता दें कि उत्तरकाशी के जिला चिकित्सालय में तैनात डॉक्टर सुवेग सिंह ने परियोजना निदेशक जिला ग्राम्य विकास अभिकरण संजय कुमार पर अभद्रता और धमकी देने का आरोप लगाते हुए प्रमुख अधीक्षक को अपना इस्तीफा सौंपा दिया है जिससे अफसरशाही और चिकित्सालय में हड़कंप मच गया है। डॉक्टर ने अधिकारी की बदसलूकी से तंग आकर और अधिकारी पर कार्रवाई की मांग को लेकर अपना इस्तीफा सौंप दिया।
डॉक्टर का आऱोप है कि अधिकारी ने उनसे ना सिर्फ वीआईपी ट्रीटमेंट देने को कहा बल्कि मरीज की लाइन लंबी होने के कारण इंतजार करने पर उन्हे धमकाया और नौकरी से निकाल देने की धमकी दे डाली जिससे वो दहशत में हैं। वहीं बा दें कि इस मामले में पूर्व गंगोत्री विधायक विजयपाल सजवाण ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर कोरोना काल मे जनपद में उत्कृष्ट सेवा दे रहे डॉक्टर के साथ जिले के एक जिम्मेदार अधिकारी द्वारा की गयी अभद्रता के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने कहा कि सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जिला चिकित्सालय में महामारी के इस कठिन दौर में 24 घंटे दिन-रात अपनी जान की परवाह किये बगैर चिकित्सकों ने देवदूत बनकर कोरोना मरीजों का उपचार किया है और आज भी कर रहे है। लेकिन जिले के एक जिम्मेदार अधिकारी द्वारा केवल अपना नंबर न आने पर एक डॉक्टर के साथ इस तरह का अमानवीय व्यवहार करना अक्षम्य अपराध है, उन्हें अपने किये पर माफी मांगनी होगी। इस परिपेक्ष्य में उन्होंने जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक से सकारात्मक प्रतिक्रिया के तहत कार्यवाही करने की मांग की है. पूर्व विधायक ने डीएम और एसपी से अधिकारी पर कार्यवाही करने की मांग की है वरना डॉक्टर के समर्थन में धरना देने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि यदि उक्त संबंध मे उचित कार्यवाही नही की गई तो उन्हें धरने पर बैठने हेतु बाध्य होना पड़ेगा।