कोरोना काल में रुद्रपुर के सिद्धिविनायक अस्पताल के बाहर महिला के शव रखे जाने की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया। वीडियों के वायरल होने के बाद पुलिस भी इस पूरे मामले में जांच में जुट गई है कि आखिरकार महिला की मौत के बाद उसके शव को बाहर सड़क पर किसने रखा था? जिसके तहत आज पुलिस टीम अस्पताल भी पहुंची। वहीं इस पूरे मामले में डॉक्टर अभिषेक गुप्ता का कहना है कि 6 मई की यह वीडियो षड्यंत्र के तहत 16 दिन बाद वायरल की गई है।
आपको बता दें सोशल मीडिया पर बीती रात एक वीडियो बहुत तेजी से वायरल हुई थी जिसमें सिद्धिविनायक हॉस्पिटल के बाहर एक महिला का शव रखा था और गुरु नानक चढ़ी बल सोसाइटी के सदस्यों के द्वारा यह वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल की गई। वहीं खबर की पड़ताल जबकि गई तो उन सदस्यों ने बताया कि यह वीडियो काफी दिन पुरानी है, जहां डॉक्टरों की मानवता पूरी तरह से मर गई थी लेकिन ऐसा कोई और चिकित्सक ना करें जिसको लेकर उनके द्वारा यह वीडियो बनाई है और वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है। सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस और खुफिया विभाग भी इस मामले की जांच में जुट गई है।
वहीं हॉस्पिटल के एमडी डॉक्टर अभिषेक गुप्ता ने बताया कि उनके खिलाफ षड्यंत्र के तहत करीब 16 दिन बाद यह वीडियो वायरल की गई है जबकि वह हर जांच के लिए तैयार हैं और ना ही अस्पताल प्रबंधन के द्वारा महिला के शव को बाहर सड़क पर रखा गया था.