देहरादून : कोरोना काल के बीच ऊर्जा निगम ने उपभोक्ताओं को तगड़ा झटका देने की तैयारी कर ली है। जी हां उत्तराखंड में एक बार फिर बिजली महंगी हो सकती है। बता दें कि इसकी कवायद शुरू हो गई है। ऊर्जा निगम ने उत्तराखंड में बिजली दरों में बढ़ोतरी का प्रस्ताव तैयार किया है जिसे अब यूपीसीएल की बोर्ड बैठक में रखा जाएगा। बोर्ड की मंजूरी के बाद प्रस्ताव को उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग भेजा जाएगा। आयोग जनसुनवाई प्रक्रिया के बाद इसे फाइनल करेगा। जानकारी मिली है कि नई दरें 1 अप्रैल से लागू हो सकती है।
आपको बता दें कि ऊर्जा निगम के प्रस्ताव तैयार करने के बाद बैठक में इसे पास किया जाता है औऱ फिर उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग को प्रस्ताव भेजा जाता है। जनसुनवाई के बाद नियामक आयोग की ओर से अंतिम दरें तय की जाती हैं। इस बार यूपीसीएल की ओर से निर्धारित 31 दिसंबर तक प्रस्ताव नहीं भेजा जा सका। यूपीसीएल ने आयोग से 15 जनवरी तक का समय मांगा है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि यूपीसीएल ने बिजली दरों का नया टैरिफ तैयार कर लिया है। इसके तहत आम उपभोक्ताओं के लिए प्रति यूनिट 2 से 4 और औद्योगिक इकाईयों के लिए प्रति यूनिट 4 से 6 प्रतिशत का प्रस्ताव तैयार किया गया है जिसे बोर्ड बैठक में लाया जाएगा। बोर्ड से मुहर लगने के बाद इसे नियामक आयोग को भेज दिया जाएगा।
निदेशक मानव संसाधन एके सिंह के अनुसार बिजली बढ़ोतरी प्रस्ताव 15 जनवरी तक नियामक आयोग को भेजा जाना है। यूपीसीएल ने बाह्य स्रोतों से बिजली लेने वाले उपभोक्ताओं के लिए 1.16 रुपये प्रति यूनिट सरचार्ज का प्रस्ताव नियामक आयोग को भेजा है। अगर नियामक आयोग इस पर मुहर लग देता है तो ऐसे उपभोक्ताओं को एक अप्रैल 2021 से 30 सितंबर 2021 के बीच प्रति यूनिट 1.16 रुपये सरचार्ज भी देना होगा। फिलहाल इस पर उपभोक्ता चाहें तो अपने सुझाव नियामक आयोग को भेज सकते हैं। इसके बाद आयोग इस पर फैसला लेगा।