गंगोलीहाट : भाजपा-कांग्रेस में टिकट के ऐलान के बाद अंसतोष की स्थिति पैदा हो गई है। कई पूर्व विधायक टिकट ना मिलने से पार्टी से नाराज हैं और उन्होंने बगावत के सुर इख्तियार किए हैं। कई नेताओं ने अन्य दलों की ज्वॉइनिंग की तो कइयों ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया। टिकट ना मिलने के बाद भी कई नेता नामांकन पत्र खरीद रहे हैं और उन्होंने साफ कहा है कि वो चुनाव लड़ेंगे चाहे निर्दलीय लड़ें।
वहीं इसमे एक और नेता का नाम शामिल हो गया है वो हैं पूर्व विधायक नारायण राम आर्य। जी हां बता दें कि गंगोलीहाट से पूर्व विधायक नारायण राम आर्य टिकट ना मिलने से नाराज हैं और उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए हरीश रावत के खिलाफ मोर्चा खोला। उन्होंने कहा कि वो 40 साल से कांग्रेस के सिपाही रहे हैं लेकिन उनको टिकट नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि वो दो बार विधायक रहे हैं और 2016 में जब हरीश रावत की सरकार पर संकट मंडरा रहा था तब उस समय 26 विधायक कंधे से कंधा मिलाकर साथ में चलें।
पूर्व विधायक ने हरीश रावत पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि हरीश रावत ने उन्हें 1 महीने तक मुख्यमंत्री आवास में कैद रखा।