बड़कोट: एक तरफ वोट डालने के लिए लोगों की लंबी-लंबी कतारं नजर आ रही हैं। उत्साह भी नजर आ रहा है। वहीं, दूरी ओर यमुनोत्री विधानसभा के हलना गांव में अब तक एक भी वोट नहीं पड़ा है। ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया हे। उनको मनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि लंबे समय से सड़क निर्माण की मांग कर रहे हैं, लेकिन आज तक सड़क नहीं बन पाई है। कई बार मांगें की, लेकिन हर बाद आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। गांव वालों के साथ सड़क देने के नाम पर धोखा किया गया।
उत्तराखंड के चुनावी समर में 82 लाख मतदाताओं की सबसे पहले यह जानने की बेताबी रहेगी कि प्रदेश की सत्ता पर किस दल की सरकार काबिज होगी। क्या राज्य में भाजपा दोबारा सरकार बनाएगी, या एक बार फिर उत्तराखंड नई सरकार के गठन का गवाह बनेगा। ईवीएम में बंद होने वाले वोट जब 10 मार्च को खुलेंगे, इस सवाल का जवाब मिल जाएगा।