
देहरादून : शहर भर में अवारा कुत्तों का आतंक है। गली मोहल्ले सड़कों पर कहीं न कहीं अवारा कुत्ते दिख जाएंगे जिनको लेकर लोगों में भय भी है। कई अवारा कुत्ते लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं। वहीं बात करें पालतू कुत्तों की तो अगर उनके मालिकों ने पालतू कुत्ते का पंजीकरण नहीं कराया है तो जल्द करा लें वरना मालिकों के खिलाफ नगर निगम कार्रवाई करने की तैयारी में है। जी हां आपको बता दें कि पालतू कुत्तों का पंजीकरण न कराना अब मालिकों को भारी पड़ेगा।जनवरी से नगर निगम ऐसे मकान मालिकों के विरुद्ध कार्रवाई करने जा रहा है जिन्होंने पालतू कुत्ते का निगम में पंजीकरण नहीं कराया है। बता दें कि अगले सोमवार यानी की 11 जनवरी से शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में अभियान की शुरुआत की जाएगी। इस दौरान अगर कोई भी बिना लाइसेंस के डॉगी घुमाता मिला तो उस पर जुर्माना लगेगा। इसके तहत पहली बार में 500 और दूसरी बार में पांच हजार जुर्माना लगेगा। तीसरी बार निगम संबंधित व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएगा।
पालतू कुत्तों की संख्या 50 हजार के आसपास
आपको बता दें कि इसमें 500 रुपये जुर्माने से लेकर मुकदमे तक की कार्रवाई का प्रविधान है। नगर निगम ने 2014 में पालतू कुत्तों का पंजीकरण शुरू किया था, जिसमें अभी तक महज 65 कुत्तों का ही पंजीकरण हुआ था। बीते एक महीने में निगम के पशु चिकित्सा अनुभाग ने शहर में सर्वे किया और मौजूदा समय में आंकड़ा 980 पहुंच गया है। मिली जानकारी के अनुसार अनुमान लगाया गया है कि देहरादून में पालतू कुत्तों की संख्या 50 हजार के आसपास है।
वसूला जाएगा इतना जुर्माना
गली मोहल्ले और सड़कों में गले में पट्टा बाधे कुत्ते नजर आते हैं जिससे लोगों में डर का माहौल बना रहता है। वहीं नगर निगम इनके पंजीकरण को लेकर गंभीर नहीं था। मिली जानकारी के अनुसार 2 महीने पहले शहर में महज 65 ही पालतू कुत्ते थे जिनके मालिकों से 200 रुपये सालाना शुल्क लिया जाता है। अब निगम ने पंजीकरण न कराने वालों पर जुर्माना निर्धारित कर दिया है। इस प्रविधान के तहत पहली बार पकड़े जाने पर 500 रुपये, दूसरी बार 5000 रुपये, जबकि तीसरी बार मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।