उत्तरकाशी जिले की मौरी थाना पुलिस को नशा के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के खिलाफ बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने दो तस्करों को गिरफ्तार किया है साथ ही उनके पास से 12.60 ग्राम स्मैक बरामद की है। बरामद की गई स्मैक की कीमत 2 लाख रुपये बताई जा रही है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार किए गए तस्करों के अपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही एसपी उत्तरकाशी ने इन तस्करों को पकड़ने वाली टीम को 2000 रुपये के पुरस्कार की घोषणा भी की है।
उत्तरकाशी के नए एसपी मणिकांत मिश्रा ने कहा कि जिले में चरस, स्मैक आदि की लगातार सूचनाएं मिल रही थी। एसपी की कुर्सी संभालते ही एसपी ने सबसे पहले जिले में मादक पदार्थों के खिलाफ अभियान चलाने और जिले को नशा तस्करी से मुक्त करने की बात कही थी इसी को मद्देनजर रखते हुए बड़ी कार्रवाई की गई है। जानकारी दी कि बीती शाम थाना मोरी क्षेत्र में एक व्यक्ति ने सूचना दी थी कि दो लोग स्मैक लेकर वाहन से जा रहे हैं। इस पर सामान्य चेकिंग के दौरान हिमाचल की पोलो कार को रोककर तलाशी ली गई तो उसमें सवार दो युवकों से 12.60 ग्राम स्मैक बरामद की गई। यह दोनों व्यक्ति शिमला, हिमाचल प्रदेश के रहने वाले हैं। पूछताछ से यह भी ज्ञात हुआ कि इनके पास कुछ और मात्रा में स्मैक थी, जिनका सेवन इन दोनों ने किया था। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस बरामद स्मैक की कीमत डेढ़ लाख रुपये से लेकर दो लाख रुपये तक है। उन्होंने बताया कि पकड़े गए युवकों की पहचान ललित कुमार पुत्र राजेन्द्र सिंह निवासी ग्राम खरसाल थाना जुब्बल जिला शिमला हाल निवासी कुड्डु थाना जुब्बल जिला शिमला और उमेश पुत्र सुरेन्द्र सिंह निवासी चौरी थाना जुब्बल जिला शिमला के रूप में की गई। ये जिस क्षेत्र के रहने वाले हैं, वहां भी दूरभाष से इनके पुराने अपराधिक इतिहास के विषय में जानकारी प्राप्त की जा रही है।
एसपी मणिकान्त मिश्रा ने कहा कि उत्तरकाशी को पूर्णतः नशा मुक्त करने के लिए जन सहयोग की अत्यंत आवश्यकता है। आज जनसहयोग का यह प्रमाण है कि नशे का व्यवसाय करने वाले इन दोनों व्यक्तियों को पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार करने वाली टीम के सदस्यों में मोरी थाने के उप निरीक्षक भाव सिंह चौहान, कानि. रमेश राणा, शूरवीर सिंह है। उन्होंने इस टीम के उत्साहवर्धन के लिए 2000 रुपये के पुरुस्कार की घोषणा भी की।