देहरादून : बीते दिन गढ़वाल से सांसद तीरथ सिंह रावत ने सीएम पद की शपथ ली। हाईकमान ने बीते दिन तीरथ सिंह रावत के नाम पर मुहर लगाई. इस पर उनकी पत्नी का कहना है कि उनके कार्यों और क्षमताओं को देखते हुए उन्हे विश्वास था कि उनके पति तीरथ सिंह रावत सीएम बन सकते हैं। वहीं सीएम की बेटी उत्तराखंड में बेरोजगारी को लेकर परेशान हैं। जब मीडिया ने उनसे पूछा तो उन्होंनेे कहा कि अगर वो पापा को किसी काम को करने को कहेंगे तो बेरोजगारी हटाने को कहेंगे।
सीएम की बेटी बोलीं-अगर मुझे पापा को कोई काम बताना होगा तो वह..
वहीं पिता के सीएम बनने पर बेटी लोकांक्षा रावत ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अगर मुझे पापा को कोई काम बताना होगा तो वह सबसे पहले पापा से कहेंगी कि प्रदेश में बेरोजगारी को खत्म करने और रोजगार बढ़ाने के लिए काम करें। ताकि युवाओं को नौकरी के नए अवसर मिल सकें।
तीरथ सिंह रावत की बेटी 10वीं की छात्रा, तीन भाइयों में सबसे छोटे हैं सीएम तीरथ सिंह रावत
आपको बता दें कि तीरथ सिंह रावत की एक ही बेटी है जो कि लोकांक्षा सेंट जोजेफ्स एकेडमी में 10वीं की छात्रा हैं। जब पिता के सीएम बनने का ऐलान हुआ तब वो मां के साथ परीक्षा देकर लौटी थीं। आपको बता दें कि तीरथ सिंह रावत तीन भाई हैं। सबसे बड़े भाई जसवंत सिंह रावत पूर्व सैनिक हैं। वो सीरों गांव में ही रहते हैं। दूसरे भाई कुलदीप सिंह रावत प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करते हैं जो की देहरादून के क्लेमेंटटाउन में रहते हैं। तीरथ सिंह रावत तीनों भाइयों में सबसे छोटे भाई हैं। तीरथ सिंह रावत का जन्म 9 अप्रैल 1964 पौड़ी गढ़वाल में हुआ था, रावत तीन भाई हैं, सबसे बड़े भाई जसवंत सिंह रावत पूर्व सैनिक हैं। वह पौड़ी के सीरों गांव में ही रहते हैं। दूसरे भाई कुलदीप सिंह रावत प्राइवेट सेक्टर में जॉब करते हैं। वह देहरादून के क्लेमेंटटाउन क्षेत्र में निवास करते हैं। तीनों के पिता का नाम कलाम सिंह रावत है।
तीरथ सिंह रावत की पुरानी तस्वीरें वायरल
वहीं बता दें कि सीएम बनने के बाद तीरथ सिंह रावत की पुरानी तस्वीरें भी वायरल होने लगी हैं। सोशल साइट के जरिए उनकी शादी की फोटो भी निकलकर सामने आई है। आपको बता दें कि सीएम तीरथ सिंह रावत की पत्नी का नाम डॉ रश्मि त्यागी हैं। जो कि देहरादून के डीएवी पीजी कॉलेज में मनोविज्ञान की प्रोफेसर हैं। पत्नी और बेटी लोकांक्षा ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी जाहिर की। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुझे मुझे पहले से ही अंदाजा था कि उनकी क्षमताओं और योग्यता को देखते हुए उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है।