देहरादून : कहते हैं ना कि इसानों से ज्यादा वफादार जानवर होते हैं और ये बात हम अभी इसलिए कह रहे हैं क्योंकि चमोली में आई आपदे के बाद से एक कुत्ते की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रही है। वायरल होने की वजह ये है कि आपदा में इस कुत्ते का मालिक लापता है और ये कुत्ता अपने मालिक के वापस आने की राह देख रहा है। टनल के बाहर गुमशुम सा बैठा से जानवर सिर्फ अपने मालिक के इंतजार में है।
नहीं देखी ऐसी वफादारी, कुत्ता बना चर्चाओं का विषय
चमोली जिले में आई आपदा को छह दिन हो चुके हैं…37 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं और बाकी लापता लोगों की तलाश जारी है। टनल में रास्ता बनाने का काम भी जारी है। टीमें रेस्क्यू में लगी हुई है लेकिन अभी तक टनल का रास्ता नहीं खुल पाया है। टनल में 35 से 40 लोगों के फंसे होने की आशंका है। वहीं इस बीच एक ऐसे ही एक लापता सख्स के इंतजार में उसका वफादार कुत्ता दिन रात नजर गड़ाए है जो चर्चा का विषय बना हुआ है। कुत्ते ने पिछले पांच दिनों से ना तो कुछ खाया है और ना ही आपदा वाली जगह से हिला है…गुमशुम सा बैठा सिर्फ अपने मालिक की राह तक रहा है. जी हां कहते हैं ना कि अपने तो अपने होते हैं, चाहे वो आदमी हो या जानवर…मालिक आपदा में गुम हो गया तो वफादार कुत्ता भी गुमशुम है…जब से मालिक नहीं है तब से गम में है लेकिन बेबस है.
खाने से मूंह फेर रहा कुत्ता
दरअसल आपदाग्रस्त क्षेत्र रैणी गांव के पास से ली गई यह तस्वीर एक ऐसे कुत्ते की है, जिसने 7 फरवरी से कुछ भी नहीं खाया है और न ही उसने ये आपदा वाली जगह छोड़ी है..आपदाग्रस्त इलाको में इन दिनों राहत बचाव कार्यों के साथ ही राहत सामग्री बांटने वालो का तांता लगा हुआ है लेकिन जैसे ही कोई भी व्यक्ति इस कुत्ते के मुँह पर खाना या बिस्किट ले कर जा रहा है तो ये खाना खाने के बजाए खाने से मुँह फेर लेता है… रैणी गांव के कुछ लोगों का कहना है कि ऋषिगंगा प्रोजेक्ट के कर्मचारी इस कुत्ते को दो वक्त का खाना देते थे… और इसी लगाव से आज इस कुत्ते को उनके वापस आने का इंतजान है…