मध्य प्रदेश : कोरोना का कोहराम पूरे देश में लोगों के लिए सबसे बड़ा संकट बन गया है. कोरोना के माले लगातार बढ़ रहे हैं. कोरोना के मामलों में हो रही बढ़ोतरी के चलते अस्पतालों में बुरा हाल है. कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने से अस्पतालों में बेड कम पड़ गए हैं, जिससे मरीजों को इलाज कराने में काफी मुश्किलों को सामना करना पड़ रहा है. कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बेहाल है.
#कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण स्वास्थ्य सेवाएं बेहाल हैं, सुसनेर में झोलाछाप डॉक्टर पेड़ पर लटाकर मरीज़ों को स्लाइन चढ़ा रहे हैं, गांववाले डरे हैं कि सरकारी अस्पताल में अगर इलाज कराने गए तो कोरोना वार्ड में भर्ती करा दिया जाएगा #CovidIndia #COVIDEmergencyIndia pic.twitter.com/KhsZvxSz8E
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) May 5, 2021
यहां निजी चिकित्सक मुख्य सड़क से 200 मीटर की दूरी पर स्थित संतरे के एक बगीचे में दरी और कार्टून बिछाकर मरीज़ों का इलाज कर रहे हैं. वे मरीजों को पेड़ के नीचे लिटाकर उसपर बोतलें लटकाकर बीमारों को स्लाइन चढ़ा रहे हैं. हैरानी की बात यह है कि इसी जगह पर आसपास के करीब 10 गांवों के मरीज बड़ी संख्या में अपना इलाज करवाने के लिए यहां पहुंच रहे हैं.
वहीं, हालत यह हैं कि सुसनेर में झोलाछाप डॉक्टर पेड़ पर बोतलें लटकाकर मरीज़ों को स्लाइन चढ़ा रहे हैं. भोपाल से करीब 200 किलोमीटर दूर यह मामला सुसनेर से पिड़ावा राजस्थान की ओर जाने वाले रास्ते पर ग्राम धान्याखेडी से करीब आधा किलोमीटर दूर का है.
यहां निजी चिकित्सक मुख्य सड़क से 200 मीटर की दूरी पर स्थित संतरे के एक बगीचे में दरी और कार्टून बिछाकर मरीज़ों का इलाज कर रहे हैं. वे मरीजों को पेड़ के नीचे लिटाकर उसपर बोतलें लटकाकर बीमारों को स्लाइन चढ़ा रहे हैं. हैरानी की बात यह है कि इसी जगह पर आसपास के करीब 10 गांवों के मरीज बड़ी संख्या में अपना इलाज करवाने के लिए यहां पहुंच रहे हैं.