देहरादून : यूपी के लखीमपुरी खीरी में हुई किसानों के साथ हुई क्रूरता का असर उत्तराखंड में देखने को मिला. उत्तराखंड के किसानों ने जगह-जगह यूपी सरकार समेत भाजपा सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की। उधम सिंह नगर में किसानों ने कई जगहों पर पुतला फूंका और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं लखीमपुरी खिरी में हुई किसानों की हत्या मामले में पूर्व सीएम हरीश रावत ने कड़ी निंदा करते हुए सरकार पर हमला किया और एक घंटे के लिए मौन उपवास पर बैठे।
मंत्री का बेटा,सत्ता का अहंकार-हरीश रावत
हरीश रावत ने सोशल मीडिया के जरिए भी भाजपा सरकार पर वार किया। हरीश रावत ने लिखा कि लखीमपुरी खीरी में 3 किसान विरोधी काले कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ाना, उन पर गोली चलाना, लोगों को कुचलकर के मार देना एक अत्यधिक गंभीर वीभत्स और चिंताजनक घटना है और ये कुचलने वाला व्यक्ति और कोई नहीं है, भारत सरकार के मंत्री का बेटा है, सत्ता का अहंकार। 3 कानूनों के विरोध में सारा देश खड़ा, मगर कानून वापस नहीं लेंगे। किसान कह रहे हैं हम बर्बाद हो जाएंगे।
एक बात याद रखना भारत का किसान आत्मबल का धनी किसान है-हरीश रावत
हरीश रावत ने आगे लिखा कि खेती और किसानी, हमारे परिवार सब बर्बाद हो जाएंगे। मगर सत्ता कहती है कि नहीं इसी में तुम्हारी भलाई है और अब किसान आवाज उठा रहे हैं तो उनके ऊपर सत्ता अपनी गाड़ियां चढ़ाकर के उनको कुचल रही है। पहले कानून से किसानों को कुचला और अब किसान संघर्ष के लिए खड़ा है तो अब उसकी आवाज को पुलिस के बल पर कुचलना चाहते हैं और यदि पुलिस के बल पर न कुचल सकें तो गाड़ियों व ट्रकों से जो भी साधन मिले उनसे कुचल दो। मगर एक बात याद रखना भारत का किसान आत्मबल का धनी किसान है, वो प्राण देगा मगर झुकेगा नहीं और हम, सारा प्रतिपक्ष, कांग्रेस पार्टी, राहुल गांधी जी, प्रियंका गादी जी, सब लोग किसानों के संघर्ष में उनके साथ खड़े हैं।
एक घंटे के लिए उपवास पर बैठे हरीश रावत
हरीश रावत ने लिखा कि में मैं, दिवंगत आत्माओं को श्रद्धासुमन अर्पित करता हूंँ और वो शहीद हैं, उन शहीदों के परिवारों को मैं अपनी भावभीनी संवेदनाएं प्रेषित करता हूंँ। मैं, कल दिनांक- 4 अक्टूबर, 2021 को प्रातः 9:00 बजे से 10:00 बजे तक 1 घंटे “मौन उपवास” पर बैठूंगा एवं दिवंगत हुये किसानों को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दूंगा।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, लखीमपुर खीरी में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का दौरा था. केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे उन्हें रिसीव करने जा रहे थे,लेकिन इस दौरान किसानों ने रास्ता रोक लिया और काले झंडे दिखाए. झड़प के दौरान गाड़ी की टक्कर से किसानों की मौत हो गई, जिसके बाद किसानों ने भारी हंगामा किया।