ऋषिकेश। बीते दिन ऋषिकेश में फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी बनकर आए कुछ लोगों ने रेड मारी और जिस घर में छापेमारी की उसे घर से नगदी-गहने लेकर फरार हो गए। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। हैरान कर देने वाली खबर ये है कि ये फर्जी रेड किसी और ने नहीं बल्कि पीड़ित के ही सगे भाई ने डलवाई थी। पुलिस ने उनके कब्जे से 22 लाख 26 हजार रुपए नकद और सोने चांदी के जेवर बरामद किए। साथ ही घटना में प्रयोग की गई कार सीज की।
ऋषिकेश कोतवाली पुलिस ने आज शनिवार को मामले का खुलासा किया।जिसने भी इस मामले की सच्चाई जानी वो हैरान रह गया। दरअसल असली आऱोपी कोई और नहीं बल्कि जिसके घर में रेड मारी थी उसी पीड़ित का भाई निकला। ऋषिकेश कोतवाल ने खुलासा करते हुए बताया कि इस मामले में 3 आरोपियों को फर्जी दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार किया गया. बताया कि कोतवाली ऋषिकेश में संदीप पुत्र राम सिंह निवासी बाल्मीकि नगर ऋषिकेश और से एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया कि 11 फरवरी की सुबह साढ़े चार बजे उसके घर में कुछ लोग इनकम टैक्स अधिकारी बनकर आए और जांच शुरू कर दी।
जानकारी मिली कि घर में 5 लोग दाखिल हुए थे जिसमे से एक महिला था जो की गिरफ्तार हो चुकी है। सभी ने घर को खंगाला और घर से जेवर पैसे लेकर बैग में भरे। घर के मालिक संदीप ने आरोपियों से उस दौरान कहा था कि मैं भी आपके साथ चलूंगा तो सभी मना कर दिया। और कहा कि आप सुबह 10 बजे हमारे आइडीपीएल स्थित इनकम टैक्स आफिस में आना। संदीप को शक हुआ तो उसने उनको रोकने की कोशिश की। तो सभी गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देकर जाने लगे। मोहल्ले के लोगों ने शोर सुना तो मौके पर पहुंचे। तब आरोपियों में से एक शख्स बैग लेकर फरार हो गया। जबकि अन्य साथी भागने लगे तो मोहल्ले के लोगों ने 3 को पकड़ कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने बीते शुक्रवार को ही गिरफ्तार कर लिया था।
पीड़ित ने बताया कि एक महिला व एक अन्य आरोपित रुपये और ज्वेलरी लेकर फरार हो गए। उन्होंने संदीप की पत्नी का मोबाइल भी ले लिया। शिकायतकर्ता की शिकायत पर संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना शुरू कर दी। पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ कर फरार लोग के नाम पते के विषय में जानकारी हासिल कर एक पुलिस टीम दिल्ली के लिए रवाना की गई। इस बीच सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने फरार हुए मास्टरमाइंड अभियुक्त व उसकी महिला साथी को गुमानीवाला श्याम के पास से गिरफ्तार किया गया है।
महिला के कब्जे से आयकर विभाग का फर्जी आइकार्ड भी बरामद हुआ है। फरार आरोपित की तलाश में दिल्ली गई पुलिस टीम ने एक अन्य फरार आरोपित निर्मल सिंह उर्फ निखिल को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन बरामद हुआ है।
आरपीएफ प्रभारी योग नगरी रेलवे स्टेशन की सूचना पर रेलवे स्टेशन के पास से संदिग्ध अवस्था में खड़ी एक एक स्विफ्ट डिजायर गाड़ी को पुलिस टीम ने चेक किया गया तो उक्त वाहन उपरोक्त घटना में संलिप्त पाया गया। इस व्यक्ति की दुकान को खोल कर चेक किया गया तो उसके अंदर से 22,26,000 नकद व सोने चांदी के आभूषण, सील मोहर, मुहर, पेड और चार मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। पकड़े गए आरोपितों ने अपना नाम सनी पुत्र राम सिंह निवासी बाल्मीकि बस्ती थाना ऋषिकेश जो कि घटना का मास्टर माइंड बताया गया है। यह पीड़ित संदीप का सगा भाई है।