16 जनवरी से उत्तराखंड समेत देशभर में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान शुरु हो चुका है। उत्तराखंड सहति पूरे देश में स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाकर अभियान की शुरुआत की गई। वहीं इसके साथ कई ऐसी खबरें आई जो चौका देने वाली है। जी हां ये अक्सर देखा गया है कि देश में कोई भी योजना आती है तो उसके बाद भ्रष्टाचार-घोटाले की खबर भी आती है। वहीं इसी के साथ योजना के नाम पर साईबर ठगी के मामले भी सामने आते हैं। वहीं वैक्सीनेशन को लेकर भी ऐसी ही खबरे साइबर ठगी को लेकर हैं जिसको लेकर लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। जी हां बता दें कि अगर आपके मोबाइल पर कोरोना के टीकाकरण का पंजीकरण कराने को लेकर कोई लिंक आए तो जरा संभल कर रहना क्योंकि हो सकता है लिंक पर क्लिक कर आपका बैंक खाता खाली हो जाए। क्योंकि ऐसी कई शिकायतें लोग थाने लेकर आ रहे हैं।
वहीं इसको देखते हुए उत्तराखंड पुलिस सतर्क हो गई है और इस संबंध में एडवाइजरी जारी की है। हरिद्वार पुलिस भी अलर्ट हो गई है। टीकाकरण के नाम पर लोगों से ठगी न हो, इसे लेकर पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है। साथ ही पुलिस लोगों ने अपील कर रही है कि ऐसे किसी मैसेज या लिंक पर भरोसा न करें और ठगी का शिकार होने से बचे। इस प र एसपी देहात एसके सिंह का कहना है कि साइबर ठग कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने या वैक्सीन के लिए पंजीकरण के नाम पर लोगों के खातों में सेंध लगा सकते हैं। इससे बचने के लिए जागरूक होना जरूरी है। ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक करने या कॉल अटेंड करने से बचना चाहिए।
ये एडवाइजरी की गई जारी
कोरोना वैक्सीन के लिए आए किसी भी फोन कॉल को अटेंड न करें।
पंजीकरण के लिए आधार नंबर या पर्सनल जानकारी किसी को न दें।
आपके मोबाइल पर अगर ओटीपी आता है तो उस पर भरोसा ना करें।
कोरोना से संबंधित कोई मैसेज अनजान नंबर से आने पर दरकिनार करें।
किसी भी तरीके का वैक्सीन से जुड़ा लिंक या जानकारी पर क्लिक न करें।
वैक्सीन के नाम पर आने वाले अज्ञात शख्स के फोन पर भरोसा ना करें।