देहरादून। मुस्लिम यूनिवर्सिटी का मुद्दा उठाकर बयानबाजी करने वाले नेता पूर्व कांग्रेस उपाध्यक्ष को बीती शाम पार्टी ने 6 साल के लिए निष्सकासित कर दिया है। बता दें कि इसके बाद इस कार्रवाई से अकील अहम भड़क गए हैं और उन्होंने कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है।
पूर्व उपाध्यक्ष अकील अहमद ने कांग्रेस हाईकमान से मांग की कि मुस्लिम यूनिवर्सिटी के बयान पर जब मुझ पर कार्रवाई की गई तो पार्टी के प्रभारी देवेंद्र यादव, प्रदेश आब्जर्वर मोहन प्रकाश और पूर्व सीएम हरीश रावत पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा मैंने सहसपुर से जब नाम वापस लिया तो इन पार्टी नेताओं के समक्ष 10 सूत्रीय मांग का पत्र सौंपा था। जिसमें मुस्लिम यूनिवर्सिटी भी एक मांग थी। तब सभी नेताओं ने हामी भरी। अब कांग्रेस की पराजय होने का ठीकरा मेरे सिर फोड़ा जा रहा है।
अकील अहमद ने अपने बयान में कहा कि अब तो उत्तराखंड में मुस्लिम यूनिवर्सिटी जरुर बनेगी चाहे मुस्लिम समुदाय-समाज के लोगों से चंदा जमा करके बनानी पड़े। अकील ने कहा कि मैं 2024 का लोकसभा चुनाव हरिद्वार से लडूंगा और कांग्रेस में कभी वापस नहीं आऊंगा। सोनिया गांधी से मिलकर टिकट बेचने वालों को बेनकाब करूंगा। उन्होंने कहा कि हरीश रावत अपनी बात पर कभी अडिग नहीं रहे। कांग्रेस अपनी करतूतों के कारण चुनाव हारी।