देवप्रयाग पुलिस ने एक अच्छी पहल की शुरुआत की है। ये तो सभी को मालूम है कि ब्याह शादियों में अक्सर कॉकटेल पार्टी का आयोजन किया जाता है। वहीं कई शादियों में शराब पीकर लड़़ाई झगड़ा और मारपीट होती है। उत्तराखंड में तो शादियों में शराब के बिना रौनक ही अधूरी है। जब तक शराब नहीं तब तक युवा और बूढे बुजुर्ग डांस नहीं करते हैं। वहीं अब शादी- समारोह में शराब के बढ़ते प्रचलन को रोकने के लिए देवप्रयाग पुलिस ने खास पहल की शुरुआत की है। इसकी कई गांव वालों ने तारीफ की है और साथ देने की बात कही है।
बता दें कि देवप्रयाग पुलिस प्रशासन ने इसे भुली कन्यादान योजना का नाम दिया है। बता दें कि इस योजना के तहत जो लड़की अपनी शादी में कॉकटेल पार्टी का विरोध करेगी, उसे पुलिस दस हजार रुपये की राशि भुली कन्या दान के तौर पर पुरस्कार के रूप में देगी। थाना क्षेत्र के सभी 101 गांवों में इसकी शुरुआत की जायेगी। खास बात यह है कि पुरस्कार राशि पुलिस स्टाफ अपने वेतन से देगा। वहीं बता दें कि इस पहल को लेकर थाना क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों की एक बैठक थाना परिसर में आयोजित हुई थी। खई गांवों के ग्राम प्रधानों ने देवप्रयाग पुलिस की इस पहल का स्वागत किया और इसे सकारात्मक कदम बताया।
इस पर थाना प्रभारी महिपाल सिंह रावत ने बताया कि सामाजिक बुराई के तौर पर शादियों में शराब का प्रचलन तेजी से जगह बनाता जा रहा है। शादियों में कॉकटेल पार्टियां वधु पक्ष की ओर से भी की जा रही हैं। जबकि सामाजिक दबाव के कारण ज्यादातर लड़कियां इसका विरोध नहीं कर पाती हैं। कॉकटेल पार्टियों में कई बार मारपीट और हंगामे की नौबत आ जाती है, जिसके कारण आपसी कलेश बढ़ता है।