हल्द्वानी- पोस्टल बैलट को लेकर एक बार फिर से पूर्व सीएम हरीश रावत ने सवाल खड़ा किया है। हरीश रावत ने सोशल मीडिया के जरिए एक बार फिर से सियासत गर्मा दी है। बता दें कि हरीश रावत ने पोस्टल बैलेट के जरिए किए जा रहे मतदान में गड़बड़ी की आशंका जताई है और एक ट्वीट किया है जिसे सियासत में एक बार फिर से हलचल मच गई है।
56 लालकुआं विधानसभा में नहीं पहुंचे कई पुलिसकर्मियों के पास अब तक पोस्टल बैलेट-हरदा
आपको बका दें कि हरीश रावत ने ट्वीट करते हुए कहा कि 56 लालकुआं विधानसभा में कई पुलिसकर्मियों के पास अब तक पोस्टल बैलेट नहीं पहुंचे। हरीश रावत ने पोस्टल बैलट में गड़बड़ी की भी आशंका जताई है और निर्वाचन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए है। हरीश रावत ने कहा कि चुनाव पर्यवेक्षकों को निष्पक्ष चुनाव प्रणाली का जवाब देना होगा। आपको बता दें कि लालकुआं विधानसभा से खुद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत कांग्रेस प्रत्याशी हैं।
रुद्रपुर पीएसी वाहिनियों के पोस्टल बैलट न पड़ना, तो उनके अधिकारों का हनन-हरदा
हरीश रावत ने फेसबुक पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि रुद्रपुर की पीएससी वाहिनियों के पोस्टल बैलट न पड़ना, तो उनके अधिकारों का हनन है ही है, मगर मेरे लिए भी एक चुनौतीपूर्ण सवाल खड़ा हो गया है? मगर मामला सीधे-सीधे मेरे चुनावी हित जुड़ा हुआ है तो इसलिए मैं अपनी आवाज को ठीक से उठा भी नहीं पा रहा हूं। मगर हकीकत यह है कि मैं, यह समझ नहीं पा रहा हूं कि केवल लालकुआं पोस्टल बैलट क्यों नहीं पहुंचे? क्योंकि यह प्रश्न मुझे कितनी क्षति होगी, इसका नहीं है। प्रश्न यह भी है कि इससे चुनावी प्रणाली की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल खड़े हो जाएंगे! एक सवाल, एक सेंटर में एक ही व्यक्ति के द्वारा डाले गये वोटों ने खड़ा किया है तो दूसरा सवाल लालकुआं क्षेत्र से संबंध रखने वाले पुलिसकर्मी मतदाताओं के बैलट का उन तक न पहुंचना भी खड़ा कर रहा है! जवाब आज नहीं तो कल निष्पक्ष पर्यवेक्षकों को चुनाव प्रणाली के साथ जुड़े हुए लोगों को देना ही पड़ेगा।
मगर हकीकत यह है कि मैं, यह समझ नहीं पा रहा हूं कि केवल लालकुआं पोस्टल बैलट क्यों नहीं पहुंचे?…https://t.co/Qq71T7ZPNC.. जवाब आज नहीं तो कल निष्पक्ष पर्यवेक्षकों को चुनाव प्रणाली के साथ जुड़े हुए लोगों को देना ही पड़ेगा।@UttarakhandCEO #uttarakhand
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) March 4, 2022