देहरादून: उत्तराखंड में भले ही पहले की अपेक्षा कोरोना के मामले कम आ रहे हैं लेकिन जो मौतों का आंकड़ा है वह डरा देने वाला है। देशभर के लोगों में खौफ फैली है और लोग डर के माहौल में है लेकिन इस डर को खत्म किया उत्तराखंड की एक 105 साल की बुजुर्ग महिला ने। जी हां बता दें कि बुजुर्ग महिला ने इस उम्र में कोरोना को मात दी और खुशी-खुशी घर लौटी।
बता दें कि गैरसैंण की एक 105 साल की बुजुर्ग महिला ने कोरोना को मात दी है। गैरसैंण क्षेत्र के वार्ड-1 निवासी 105 साल की बुद्धि देवी ने 20 दिन कोरोना से मुकाबला किया और उसे हराया है। रविवार को उनके घर पहुंचे सीएचसी गैरसैंण के स्वास्थ्य कर्मियों ने कोरोना जांच में निगेटिव आने के बाद उनका माला पहनाकर अभिनंदन किया और उनके दीर्घ जीवन की कामना की।
जानकारी के अनुसार 16 अप्रैल को आमा की तबीयत खराब हुई थी। उस वक्त घर में केवल पौत्रवधू ही मौजूद थी। बुखार के साथ खांसी आने पर पौत्रवधू ने उन्हें अलग कमरे में आइसोलेट किया। सूचना के बाद परिजन घर पहुंचे और उनका एंटीजन टेस्ट कराया गया, जिसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।सीएचसी गैरसैंण में संपर्क करने पर कोविड किट के साथ-साथ डॉक्टर ने आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए, जिसका उन्होंने पूरी तरह से पालन किया। रविवार को 20 दिन के बाद स्वास्थ्य केंद्र गैरसैंण से डॉ. अर्जुन रावत, चीफ फार्मेसिस्ट डॉ. आरबीएस पंवार और फार्मेसिस्ट कमलेश नौटियाल ने जांच की तो बुद्धि देवी की रिपोर्ट निगेटिव आई।
105 वर्षीय बुद्धी देवी ने 20 दिन मत कोरोना से जंग लडी़ और कोरोना को मात देकर घर लौटी। बुजुर्ग महिला ने कई लोगों के अंदर जोश भर दिया है और यह उम्मीद जताई है कि वह भी कोरोना को हरा सकते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार बुजुर्ग महिला के परिवार ने रोजाना दो वक्त भाप दिया। इसके अलावा खाने-पीने का विशेष ख्याल रखा। इस दौरान कई बार उनका आक्सीजन लेवल 85 से नीचे चला गया। लेकिन, उन्होंने दादी को पेट के बल लिटाकर ब्रीदिंग एक्सरसाइज कराया और आक्सीजन लेवल 94 तक लेकर आए।