साल 1972 से इस्तेमाल किया जा रहा PAN Card अब बदलने जा रहा है। मोदी सरकार ने पैन 2.0 के नए वर्जन को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही देश के करीब 78 करोड़ लोगों को अब अपना परमानेंट अकाउंट नंबर पैन कार्ड भी बदलना होगा। इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य टैक्सपेयर्स के लिए चीजों को आसान बनाना है।
बता दें कि पैन कार्ड का नया वर्जन सिर्फ नए फीचर से लैस होगा, जबकि पैन का नंबर नही रहेगा। इस कार्ड पर एक क्यूआर कोड दिया जाएगा, जिसमें आपकी सभी जानकारियां समाहित होंगी। इसके इस्तेमाल से टैक्स भरना या फिर कंपनी का रजिस्टेशन कराना और बैंक में खाता खुलवाना आसान हो जाएगा।
क्या- क्या नए फीचर होंगे
- पैन कार्ड की तकनीक को पूरी तरह अपग्रेड किया जाएगा ताकि इसके इस्तेमाल का तरीका आसान हो जाए।
- सभी तरह के बिजनेस की पहचान और पंजीकरण को आसान बनाने के लिए इसमें खास फीचर जोड़ें जाएंगे।
- पैन से जुड़ी सभी सेवाओं के लिए एक इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म बनाया जाएगा।
- यूजर के डाटा को सुरक्षित रखने के लिए नए पैन कार्ड में सिक्योरिटी फीचर भी लगाए जाएंगे, ताकि धोखाधड़ी जैसी वारदातों पर काबू पाया जा सके।
नए PAN Card के लिए क्या करें?
बता दें कि केंद्रीय मंत्री का कहना है कि पैन कार्ड के अपग्रेड वर्जन के लिए आम आदमी को कुछ भी करने की जरुरत नहीं है। न ही इसके लिए कहीं आवेदन करने की जरुरत होगी और न ही किसी तरह की कोई फीस ली जाएगी। देश के जिन 78 कोरड़ लोगों को पैन कार्ड जारी किए जा चुके हैं, उन सभी को विभाग की ओर से नया पैन कार्ड भेजा जाएगा।
इसी के साथ सरकार ने साफ कहा है कि पैन कार्ड को अपग्रेड करने की प्रोसेस में नंबर नहीं बदले जाएंगे। हर किसी का पैन नंबर वही रहेगा और जब तक आपके हाथ में नया कार्ड नहीं पहुंच जाता है, तब तक आप अपने सभी कार्य पुराने पैन कार्ड के जरिए ही करते रहे। नए कार्ड के लिए न तो कहीं अप्लाई करने की जरुरत है और न ही इसके लिए कोई पैसा खर्च करने की जरुरत है। सरकार सीधे आपके पते पर नया पैन कार्ड भेज देगी।