देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने नवंबर में गैरसैंण में शीतकालीन सत्र कराने का फैसला लिया है। उन नेता करन माहरा ने कहा कि सर्दियों के मौसम में ग्रीष्म कालीन राजधानी गैरसैंण में सत्र कराए जाने पर सवाल खड़े किए हैं। सदन में उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा ने कहा है कि ये सत्र राजनीतिक लाभ लेने के लिए कराया जा रहा है।
सर्दियों के मौसम में गैरसैंण में सत्र बेहद मुश्किल होता है। उन्होंने कहा कि सर्दियों में जब वहां खड़ा होना कठिन होता है। ऐसे वक्त में वहां सत्र कराना मुश्किल हो जाता है। करन माहरा का कहना है कि पहले भी सर्दियों में सत्र कराया गया था, तब भी सत्र पूरा नहीं हो पाया था।
उन्होंने कर्मचारियों के प्रति भी चिंता जाहिर की। माहरा ने कहा कि सर्दियों में विधायक, मंत्री और अधिकारी तो सुविधाओं में रहते हैं, लेकिन जो कर्मचारी और पुलिस के जवान दिन-रात बाहर खड़े होकर ड्यूटी करते हैं, सरकार को उनके बारे में भी सोचना चाहिए।