पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में पिछले दिनों एक महिला ट्रेनी डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई। पुलिस ने महिला डॉक्टर की हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आज पूरे देश में महिला डॉक्टर की हत्या के खिलाफ हड़ताल का ऐलान किया गया है। मेडिकल कॉलेज के छात्र और डॉक्टर सड़क पर उतरकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस जघन्य कृत्य की पुष्टि हुई है।
अपराधियों की जल्द पहचान की जाए
वहीं बीएमआरडी ने कहा, हम इस बर्बर कृत्य की निंदा करते हैं। साथ ही मांग करते हैं कि अपराधियों की जल्द पहचान की जाए और उन्हें न्याय के दायरे में लाया जाए। हम फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के साथ हैं। इसलिए 1 अगस्त 2024 यानी मंगवार को सुबह आठ बजे से रेजिडेंट डॉक्टरों द्वारा वैकल्पिक/गैर आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को निलंबित करने की घोषणा करते हैं। जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जातीं, तब तक हड़ताल रहेगी।
यह हैं मांगे
- कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज रेजिडेंट की मांगो को स्वीकार किया जाए।
- इस मामले की निष्पक्ष और पूरी तरह से जांच करने और बिना देरी के न्याय सुनिश्चित करने के लिए ओक केंद्रीय एजेंसी की तत्कल नियुक्ति की जाए।
- एक केंद्रीय अधिनियम बनाया जा, जो विशेष रुप से स्वास्थ्यकर्मी की सुरक्षा के लिए हो। इससे वह बिना किसी डक के अपने कर्त्वयों का पालन कर सकें।
- सभी चिकित्सा संस्थाओं में सुरक्षा उपायों की तत्काल ऑडिट और भर्ती विशेष रुप से सुरक्षा कर्मियों की संख्या, 15 दिनों के भीतर एमएआरडी प्रतिनिधि की उपस्थिति में की जाए।
- संबंधित अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरों की कुल संख्या और अस्पताल क्षेत्रों की 100 फीसदी कवरेज और उचित भंडारण और बैकअप सुविधाओं के साथ लाइव फीड मॉनिटरिगं के कार्यान्वयन पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाए।

आपातकालीन में सेवाएं जारी रहेंगी
हालांकि बीएमसी एमएआरडी ने कहा, रेजिडेंट डॉक्टर आपातकालीन में अपनी सेवाएं देना जारी रखेंगे, ताकि किसी रोगी के जीवन से खिलवाड़ न हो। संयुक्त मोर्चे के रुप में, हम न्याय की मांग करने और प्रत्येक स्वास्थ्य कार्यकर्ता की सुरक्षा और गरिमा सुनिश्चित करने के लिए एफओआरडीए के साथ खड़े हैं।