देहरादून: भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और देशराज कर्णवाल की लड़ाई में अब नया मोड़ आ गया है। दोनों की लड़ाई में ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएसन के प्रदेश अध्यक्ष आदेश सैनी भी कूद गए हैं। लेकिन, जिस तरह से आदेश सैनी के आरोप हैं। उससे सवाल भी खड़े हो रहे हैं। इस बात की भी चर्चाएं रही कि आदेश सैनी चैंपियन के कहने पर सामने आए हैं और उनके लगाए आरोपों को ही दोहरा रहे हैं। हालांकि उन्होंने इन बातों को नकारा है। अब देखना यह होगा कि कार्रवाई करने का दावा कर रही भाजपा इस नए विवाद को किस तरह सुलझाती है।
उत्तराखंड ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएसन के प्रदेश अध्यक्ष आदेश सैनी ने विधायक देशराज कर्णवाल पर आरोप लगाए कि उनकी पत्नी सरकारी नौकरी में होने के बावजूद राजनीतिक कार्यक्रमों में हिस्सा ले रही हैं। उन्होंने मामले की जांच एसआईटी से कराने की भी मांग की है।
सैनी ने विधायक देशराज कर्णवाल पर भी सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि सत्ता की हनक दिखाकर कर्णवाल अवैध तरीके से आरक्षण का लाभ ले रहे हैं। सैनी ने विधायक के जाति प्रमाण पत्र को फर्जी बताते हुए कहा कि विधायक और उनकी पत्नी उत्तर प्रदेश के मूल निवासी हैं, जबकि फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर उत्तराखंड में लाभ ले रहे हैं। उनका यह भी आरोप है कि 2012 में उन्होंने चुनाव के दौरान इस्तीफा दे दिया था, लेकिन बाद में फिर से नौकरी हासिल कर ली।