दून पुलिस ने फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया। एसएसपी देहरादून को मिली गोपनीय सूचना पर पुलिस ने ये बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने एक युवक और युवती को मौके से गिरफ्तार किया है। जबकि अपराध में संलिप्त कॉल सेंटर में काम कर रहे 15 लोगों को 41 CRPC का नोटिस दिया है।
फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर का भंडाफोड़
एसओजी तथा पटेलनगर पुलिस की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर संचालित कर रहे दो अभियुक्तों को मौके से गिरफ्तार किया है। मौके से पुलिस टीम को 14 लैपटॉप, सात मोबाइल फोन, ब्रॉडबैन्ड कनैक्शन के उपकरण तथा 7 स्क्रिप्ट मिली है। अभियुक्तों द्वारा कॉल सेंटर के माध्यम से खुद को माइक्रोसाफ्ट का प्रतिनिधि बताकर कंप्यूटर सिस्टम में खुद भेजे गए बग या वायरस को ठीक करने के बहाने विदेशों में लोगों से ठगी की जाती थी।
अवैध रूप से चल रहा था इंटरनेशनल कॉल सेंटर
बता दें कि पटेल नगर क्षेत्र में अवैध रूप से इंटरनेशनल कॉल सेंटर संचालित हो रहा था। इसकी जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून को मिली थी। जिसके बाद इस पर कार्रवाई की गई है। अवैध रूप से संचालित किया जा रहा ये इंटरनेशनल कॉल सेंटर पटेल नगर क्षेत्र में महंत इंद्रेश अस्पताल के पास स्थित रिद्धिम टॉवर में चलाया जा रहा था।
ऐसे बनाते थे लोगों को अपना शिकार
पूछताछ करने पर आरोपियों ने बताया कि वे सभी विवेक तथा निकिता नाम के व्यक्तियों के लिए काम करते हैं। कॉल सेंटर के माध्यम से वे अपना नाम बदलकर स्वयं को कंपनी का प्रतिनिधि बताकर विदेशी कॉल आने पर लोगो से बात करते हैं तथा विदेशी कस्टमर से कंप्यूटर सिस्टम मे वायरस होने व हैक होने से संबंधित समस्या के बारे में जानकारी मिलने पर उक्त समस्या को ठीक करने के एवज मे उनके सिस्टम मे अल्ट्रा व्यूवर का प्रयोग कर सिस्टम की एक्सेस प्राप्त कर लेते हैं। फिर खुद के भेजे गए वायरस को ठीक करते हैं और इसके बदले उनसे गिफ्ट कार्ड तथा क्रिप्टो करेंसी में पेमेंट प्राप्त कर उनके साथ धोखाधड़ी करते हैं।