देहरादून: मजदूरी करने वाले राजकुमार की 12 साल की बेटी टीबी से पीड़ित थी। वो अस्पताल इस उम्मीद से अपनी मां के साथ दवा लेने गई थी कि वो जल्द ठीक हो जाएगी। लेकिन, उसे पता नहीं था कि उसकी ये उम्मीद पूरी नहीं हो पाएगी। उसको बचाने के लिए पुलिस और डाॅक्टरों ने पूरा जोर लगाया, लेकिन बचा नहीं पाए। उसके पिता ने बताया कि उसकी बेटी होनहा रथी.
मां के साथ दवा लेकर लौट रही एक किशोरी की मौत हो गई। किशोरी फरवरी से टीबी की मरीज बताई गई है। सड़क पर चलते समय किशोरी अचानक बेहोश हो गई। पुलिस उसे हॉस्पिटल ले गई, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। बिहार निवासी राजकुमार की 12 साल की बेटी टीबी से पीड़ित थी। राजकुमार पत्नी और बेटी को बल्लूपुर के पास एक नर्सिंग होम में छोड़कर आए थे। शाम को दोनों टेस्ट कराकर पैदल ही घर लौट रहे थे। जीएमएस रोड पर अचानक उसकी बच्ची की तबियत बिगड़ गई और वो बेहोश होकर गिर पड़ी।
बच्ची की मां के मदद मांगने पर एक वाहन चालक ने पुलिस को सूचना दी। वसंत विहार पुलिस किशोरी को महंत इंद्रेश अस्पताल लाई, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। बाद में पुलिस ने किसी तरह से उसके पिता का पता किया और उसे अस्पताल बुला लिया। आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने पर पुलिस ने उसे आर्थिक मदद की और बच्ची का अंतिम संस्कार कराने में भी मदद की।