उत्तर प्रदेश के Bahraich में हिंसा, दो समुदाय में बवाल, इंटरनेट बैन, 30 लोगों के खिलाफ FIR दर्जमें रविवार देर रात हिंसा का मामला सामने आया है। मूर्ति विसर्जन के दौरान दो समुदाय में बवाल हो गया और इसमें एक व्यक्ति की जान चली गई। इसके बाद गुस्साई भीड़ ने तोड़फोड़ और आगजनी शुरु कर दी। 6 थानों की पुलिस फोर्स मौके पर तैनात है। यह मामला बहराइच के महसी तहसील क्षेत्र के महाराजगंज कस्बे का है। यहां से समुदाय विशेष के मोहल्ले से दुर्गा मूर्ति विसर्जन यात्रा निकाली जा रही थी। इसी दौरान डीजे बजाने को लेकर दो समुदायों में कहासुनी हो गई। बहराइच की डीएम मोनिका रानी ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि हिंसा पर काबू पाने की कोशिश पुलिस कर रही है। हिंसा प्रभावित क्षेत्र में इंटरनेट को बंद कर दिया गया है।
मामले पर सीएम योगी ने की बैठक
बहराइच मामले में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के आला अधिकारियों के साथ बैठक की है। इस बैठक में उन्होनें अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया है कि दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। जब हिंसा हुई उसके बाद प्रशासन ने मूर्ति विसर्जन का कार्यक्रम बंद कर दिया। लेकिन सीएम योगी ने मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम को फिर से शुरु करने का आदेश दे दिया है।
लोगों ने छतों से किया पथराव
देखते ही देखते मामला हिंसक झड़प में बदल गया। मीडिया रिपोर्ट्से के अनुसार कुछ लोगों ने छतों से पथराव शुरु कर दिया और विरोध करने पर फायरिंग भी शुरु हो गई। मामले में रामगोपाल मिश्रा नामक युवक को गोली मारी गई है और उसकी मौत हो गई है। जबकि एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हैं।
30 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
जैसे ही युवक की मौत की खबर फैली, पूरे जिले में हड़कंप मच गया। लोग सड़कों पर उतर गए और प्रदर्शन शुरु कर दिया। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा। वही एसपी वृंदा शुक्ला ने दो पुलिस कर्मियों पर भी कार्रवाई की है। महसी चौकी प्रभारी और थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। करीब 30 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई और उन्हें हिरासत में लिया गया है।



