उत्तराखंड के पहाड़ों पर जहां एक ओर गांव-गांव सड़कों के पहुंचने का दावा किया जा रहा है। तो वहीं दूसरी ओर एक गांव ऐसा भी है तो सड़क निर्माण की मांग को लेकर 105 दिनों से धरने पर बैठे हैं। लेकिन उनकी मांगों तो अब तक पूरा नहीं किया गया है। जिसके विरोध में ग्रामीणों ने ग्रामीण विकास सचिव राधिका झा उत्तराखंड का पुतला फूंका है।
सड़क निर्माण की मांग को लेकर 105 दिनों से धरने पर ग्रामीण
चमोली जिले के डुमुक गांव के ग्रामीण बीते 105 दिनों से धरने पर हैं। मिली जानकारी के मुताबिक ज्योर्तिमठ के पास डुमक गांव के ग्रामीण सड़क निर्माण की मांग कर रहे हैं। जिसके लिए वो अपने ही गांव में धरने पर बैठे हुए हैं। ग्रामीणों की मांग है कि सैजी लग्गा मैकोट वेमरु स्यूंण डुमक कलगोठ प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का काम शुरू किया जाए और उनके गांव तक सड़क आए। लेकिन आंदोलन करते हुए उन्हें 105 दिन बीत गए हैं लेकिन उनकी मांग को नहीं माना गया है।
ग्रामीण विकास सचिव राधिका झा का फूंका पुतला
बीते तीन महीने से धरने पर बैठे ग्रामीणों का सब्र अब जवाब दे रहा है। ग्रामीणों ने ग्रामीण विकास सचिव राधिका झा का पुतला फूंक कर आक्रोश जताया। ग्रामीणों का कहना है कि अब आंदोलन जिला मुख्यालय में भी किया जाएगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री पुष्कर धामी का पुतला भी फूंका जाएगा।
आंदोलन उग्र करने की दी चेतावनी
ग्रामीणों का कहना है कि सालों से सरकार उनसे झूठ बोल रही है और उनकी मांग को पूरा नहीं किया जा रहा है। सालों से हम लो संघर्ष कर रहे हैं लेकिन आश्वासन के अलावा हमें कुछ भी नहीं मिला है। देश के आजाद हुए 75 साल हो गए हैं और उत्तराखंड राज्य को बने 24 साल लेकिन फिर भी हमारी गांव तक सड़क नहीं पहुंच पाई है। ग्रामीणों ने कहा है कि जब तक उनके गांव सड़क नहीं पहुंच जाती तक तक आंदोलन जारी रहेगा।