उत्तरकाशी में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन के कारण सिलक्यारा से डंडालगांव तक निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा टूट गया। सुरंग के अंदर करीब 40 मजूदर फंसे हुए हैं। पांचवे दिन मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। रेस्क्यू के लिए दिल्ली से मशीन मंगाई गई थी।
जल्द ड्रिलिंग शुरू होने की उम्मीद
टनल में फंसे लोगो को निकालने के लिए मशीनों के इंस्टालेशन का काम पूरा हो चुका है। आज उम्मीदों का दिन माना जा रहा है। बस थोड़ी ही देर में ड्रिलिंग शुरू होने की उम्मीद है। राहत एवं बचाव मिशन के प्रभारी कर्नल दीपक पाटिल ने बताया कि अमेरिका में बनी जैक एंड पुश अर्थ ऑगर मशीन पुरानी मशीन से काफी एडवांस है।
भारतीय सेना करेगी रेस्क्यू में मदद
ये मशीन काफी तेजी से काम करेगी। बता दें राहत एवं बचाव ऑपरेशन में अब मिलिट्री ऑपरेशन की टीम भी शामिल हो गई है। इसके साथ वायुसेना, थल सेना भी बचाव अभियान में मदद कर रही है। इसके साथ ही नार्वे, फ़िनलैंड, थाईलैण्ड समेत कई देशों के इंजीनियर भी मौके पर मौजूद हैं। उम्मीद है की जल्द ही बचाव दल श्रमिकों तक पहुंचेगी।
बुधवार रात पहुंची आखिरी खेप सिलक्यारा
बता दें बुधवार को दिल्ली से सेना के विमान से मशीन मंगवाई थी। वायुसेना के दो हरक्यूलिस विमानों से चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डे पर मशीन के पार्ट्स की खेप पहुंची। देर रात तक मशीन के आखिरी पार्ट को सिलक्यारा पहुंचाया गया। जिसके बाद सुबह से मशीन के इंस्टालेशन व ट्रायल की तैयारियां की गई। जल्द ही ड्रिलिंग शुरू की जाएगी।
केंद्रीय राज्य मंत्री करेंगे घटनास्थल का निरीक्षण
गुरवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (रिटा.) वीके सिंह भी सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का निरीक्षण करेंगे। वीके सिंह करीब 11:15 बजे सिलक्यारा पहुंचेंगे। निरीक्षण के साथ ही वह समीक्षा बैठक भी करेंगे।
सुरंग की कराई जाएगी वीडियो रिकॉडिंग
सुरंग में भूस्खलन के बाद अब एनएचआईडीसीएल की ओर से टनल में वीडियो रिकॉडिंग करवाई जा रही है। जिसमें रेस्क्यू ऑपरेशन के साथ सुरंग में पल-पल के हालत पर नजर रखी जा सके। कंपनी से जुड़े एक कर्मचारी ने बताया कि इस काम के लिए दो लोगों को जिम्मेदारी सौंपी है। ये कैमरा पल -पल के हालत और रेस्क्यू ऑपरेशन पर नजर रखेगा।