देहरादून- राज्य सरकार की पहल पर आज से ‘रैबार’ कार्यक्रम शुरू हो जाएगा। राज्य स्थापना की 17 वीं सालगिरह मानने से पहले आज उत्तराखंड की कुछ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की मशहूर हस्तियां जुटेंगी। ये दिग्गज पिछले सत्रह सालों से बेपटरी हुए उत्तराखंड को संवारने की दिशा में मंथन करेंगी और राज्य सरकार को कुछ मशविरा देंगी।
रैबार कार्यक्रम की सभी तैयारियां सरकार ने पूरी कर ली हैं। कार्यक्रम मुख्यमंत्री आवास में होगा और कार्यक्रम का आगाज़ ” उत्तराखंड की पुकार रूके पलायन मिले रोजगार” विषय के चिंतन से शुरू होगा। हालांकि ‘रैबार’ कार्यक्रम कई सत्रों मे आयोजित होगा और कई विषयों के दिग्गज उत्तराखंडी अपने अनुभव सरकार से साझा करेंगे और राज्य को संवारने के लिए मंथन करते हुए अपना मशविरा देंगे।
बहरहाल राज्य के सत्रह साल के इतिहास में पहली बार किसी सरकार ने ऐसी पहल की। इसके लिए त्रिवेंद्र सरकार तारीफ की हकदार तो है ही। लेकिन सरकार की पीठ तब थपथपाई जाएगी जब मंथन के निचोड़ को भी अमलीजामा पहनाने में सरकार कामयाब हो सके। दिलचस्प बात ये है कि टीएसआर सरकार ने कार्यक्रम शामिल होने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से लेकर थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और पीएमओ के सचिव भाष्कर खुल्बे से लेकर मशहूर लेखिका अद्वैता काला जैसी शख्सियतों को ‘रैबार’ दिया है। आज ये हस्तियां जुटेंगी और राज्य के सूरते हालात बदलने की दिशा में मंथन करेंगी।
- जनरल बिपिन, रावत थल सेनाध्यक्ष
- मीर रंजन नेगी, पूर्व हॉकी खिलाड़ी
- अजीत डोभाल, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार
- अनिल धस्माना, रॉ चीफ
- आलोक जोशी, अध्यक्ष, एनटीआरओ
- अनिल भट्ट, लेफ्टीनेंट जनरल,डीजीएमओ
- भाष्कर खुल्बे, सचिव पीएमओ
- अश्वनी लोहानी, चेयरमैन रेलवे बोर्डॉ
- राजेंद्र सिंह, महानिदेशक कोस्टगार्ड
- रविंद्र मैठाणी, राजिस्ट्रार जनरल, सुप्रीम कोर्ट
- आलोक अमिताभ डिमरी, संयुक्त सचिव, विदेश मंत्रालय
- प्रसून जोशी, चेयरमैन सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सार्टिफिकेशन
- अनुकृति गुसाई, मिस एशिया पेसिफिक वर्ल्ड 2014
- एसएस नेगी, वन मंत्रालय के पूर्व महानिदेशक
- बीडी.मिश्रा, निदेशक एच आर ONGC
- मनोज भार्गव,CEO इनोवेशन वैंचर
- आचार्य बालकृष्ण, CEO पतांजलि
- श्वेता रावत, निदेशक हंस फाउंडेशन
- अद्वैता काला, लेखिका
- बछेंद्री पाल, पर्वातारोही
- कर्नल कोठियाल, प्रिंसिपल निम
- शोर्य डोभाल, निदेशक इंडया फाउंडेशन