आपको बता दें कि रुड़की के एक गांव निवासी व्यक्ति ने अपनी बेटी का रिश्ता देवबंद निवासी एक युवक के साथ किया था। सारी रस्मे निभाई गई और युवती के पिता ने अपनी हैसियत से सब कुछ किया लेकिन 6 महीने बाद युवक ने सगाई तोड़ दी। और कारण पूछने पर युवक के परिवार वाले और खुद युवक कुछ कारण नहीं बता पाया। जिसके बाद युवती के पिता ने पंचायत बुलाई। पंचायत में युवक और उसके परिवार वालों को बुलाया गया। युवक, युवती से शादी न करने का कोई ठोस कारण नहीं बता पाया। युवती पक्ष कोई ठोस कारण नहीं बता पाया।
दोनों पक्षों को सुनने के बाद पंचायत ने युवक पर दो साल तक शादी न करने का प्रतिबंध लगा दिया। इसके अलावा 40 हजार रुपये अर्थदंड भी लगाया गया। हालांकि, युवती पक्ष का कहना है कि दहेज के कारण युवक पक्ष ने यह रिश्ता तोड़ा था। उन्हें लग रहा था कि शायद वह लोग कम दहेज देंगे। क्षेत्र में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।