हरिद्वार: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि देवभूमि में आना हर किसी के लिए सौभाग्य की बात होती है। उन्होंने डिग्री हासिल करने वाले सभी विद्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। राष्ट्रपति रामदेव ने कहा कि पहले लोग यही सोचते थे कि केवल साधु-संत ही योग कर सकते हैं, लेकिन स्वामी रामदेव ने इस परिभाषा को बदल कर रख दिया।
उन्होंने कहा कि योग शरीर मन और तन को स्वस्थ रखने का माध्यम है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार भगवान शंकर और भगवार श्री हरि की धरती है। यहां शिक्षा ग्रहण करना और रहना अपने आप में सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि योग आज के दिन दुनियाभर में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज क्यूबा समेत दुनियाभर में ऐसे देश भी योग कर रहे हैं, जो योग को नहीं मानते थे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि योग सबके लिए है और योग सबका है। उन्होंने कहा कि पतंजलि विश्वविद्यालय योग को दुनियाभर में स्थापित करने में अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा का मान-सम्मान पूरी दुनिया में होता है। आधुनिक शिक्षा के साथ ही पारंपरिक शिक्षा और ज्ञान को दुनिया में प्रसारित करने में पतंजलि की अहम भूमिका है।