सितारगंज: किसान सेवा केंद्र पर किसानों की लग रही है लंबी-2 कतारें। इस समय गेहूं की बुवाई शुरू हो चुकी है, जिसको देखते हुए क्षेत्र के किसान एनपीके और डीएपी खाद के लिए सरकारी सोसाइटियों के चक्कर काट रहे हैं। सुबह 4 बजे से ही किसान सेवा केंद्र के सामने लंबी-लंबी किसानों की लाइनें लग रही हैं।
सितारगंज के किसान सेवा केंद्र पर सुबह 4 बजे से ही किसान लंबी-लंबी लाइने लगाकर खड़े हो जा रहे हैं। लेकिन, उनको गेहूं की बुवाई के लिए डीएपी और एनपीके खाद नहीं मिल पा रही है। इधरए पुरुष किसानों को खाद न मिलने के चलते किसानों की पत्नियां भी घर के कामकाज छोड़ बड़ी संख्या में लाइनों में खड़ी देखी जा सकती है जिससे इस बात का पता चलता है कि किसान गेहूँ की बुवाई के लिए कितने परेशान है।
वहीं, महिलाओ का कहना है कि पहले कभी खाद खरीदने में इतनी परेशानी नहीं होती थी। इस बार काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह समय गेहूं बोने का है, और बगैर खाद के गेहूं की फसल कैसे बोई जा सकती है। ये सोच-सोच किसान काफी परेशान है।
भाजपा की केंद्र सरकार के खाद मंत्री ने कुछ दिन पूर्व ही कहा था कि देश में खाद की कोई कमी नहीं है उसके बाद भी उत्तराखंड के सितारगंज में लोगों को आधार कार्ड दिखाकर भी डीएपी व एनपीके खाद नहीं मिल पा रही है। ऐसे में सवाल सिर्फ एक है कि जिम्मेदार कौन।