देहरादून: चकराता विधायक प्रीतम सिंह के खिलाफ उत्तराखंड अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दर्शन लाल ने एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है। इस तरह से कांग्रेस का कलह एक बार फिर खुलकर सामने आ गया है। अनुसूचित जाति/जनजाति के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने प्रीतम सिंह पर 9 आरोप लगाए हैं।
उन्होंने एक खुला पत्र इी जारी किया है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि विधायक ने अपनी विधानसभा में जनता की समस्याओं को सुलझाने के बजाय अपना और अपने परिवार का ध्यान रखते हुए अपार दौलत इकट्ठी की है। साथ ही कहा है कि प्रीतम सिंह के प्रदेश अध्यक्ष के कार्यकाल में जितने भी उपचुनाव हुए है, उनमें कांग्रेस पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है।
उन्होंने केवल आरोप ही नहीं लगाए। बल्कि प्रीतम सिंह के विधायक के कार्यकाल की जांच करने की मांग भी की है। उन्होंने अनुसूचित जातियों, जन जातियों, पिछड़े वर्गों, महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों के लिए कोई कार्य नहीं किया है। ओरोप लगाया कि प्रीतम सिंह के कार्यकाल के दौरान से भ्रष्टाचार हुआ है, जिसकी जांच की जानी चाहिए।