रुड़की के मंगलौंर में करीब 1 माह पूर्व हुए सिलेंडर विस्फोट कांड में जान गवाने वाले लोगो के परिवारों को सरकार की तरफ़ से अभी तक कोई मुआवजा नही मिला है। जिसको लेकर पीड़ित परिवारों ने सरकार से मुआवजे के मांग की है। साथ ही उक्त हादसे की निष्पक्ष जांच कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही की मांग की है।
उत्तराखंड पुलिस के जवान सहित तीन लोगों ने गंवाई थी अपनी जान
दअरसल मंगलौर सिलेंडर विस्फ़ोट कांड को एक माह 10 दिन का समय बीत गया चुका है, विस्फ़ोट में उत्तराखंड पुलिस के जवान सहित तीन लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। साथ ही चार दर्जन से अधिक लोग इस हादसे में घायल हो गए थे जिनका उपचार अभी तक चल रहा है। अभी तक न तो रेस्टोरेंट् मालिक की गिरफ्तारी पुलिस कर पाई और न ही मृतकों के परिजनों और घायलों को आर्थिक मुआवज़ा नही मिल पाया।
श्री बाला जी स्वीट्स में हुआ था सिलेंडर विस्फोट
आपको बता दे मंगलौंर में करीब 1 माह पूर्व श्री बाला जी स्वीट्स पर सिलेंडर विस्फोट हो गया था जिसमे अब तक 3 लोग अपनी जान गवा चुके है बाकी दर्जनों घायल लोगो का इलाज अस्पतालों में चल रहा है। मंगलौंर निवासी हादसे का शिकार मृतक अशरफ अंसारी का परिवार अभी भी सदमे से उभर नही पाया है। पीड़ित परिवार का कहना है कि उनका पालन पोषण करने वाला हादसे का शिकार हो गया और सरकार की तरफ से आजतक कोई मुआवजा नही मिल पाया। म्रतक अशरफ अंसारी की पांच बहने है और पिता विकलांग है, घर मे दो साल का मासूम बेटा भी है, जो अभी जानता ही नही की उसका पिता उसको हमेशा के लिए छोड़ कर चला गया। घर मे पूरे परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है।
छिन गया इकलौता सहारा
मृतक की माँ का कहना है कि पूरे परिवार का भरण पोषण करने वाला अशरफ़ हादसे का शिकार हुआ और पूरा परिवार बेसहारा हो गया। घर का कमाने वाला नही रहा जिसके चलते भरण पोषण का संकट भी पैदा हो गया है। उन्होंने बताया सरकार की तरफ से अभी तक कोई आर्थिक सहायता भी नही मिल पाई है।
वहीं इस मामले में मंगलौंर कांग्रेस विधायक काज़ी निज़ामुद्दीन ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि एक माह का समय बीत जाने के बाद भी सरकार ने पीड़ितों की आर्थिक मदद नही की, जो सरकार के उदासीन रवैये को दर्शाता है।