उधम सिंह नगर में दर्दनाक हादसा हो गया। छतरपुर कॉलोनी में नहर में डूबने से ढाई साल की मासूम की मौत हो गई। जब मासूम की मौत हुई उस वक्त उसके परिजन मासूम को आंगनबाड़ी केंद्र पर छोड़ कर गए थे। इसी दौरान उसकी मौत हो गई।
नहर डूबने से ढाई साल के मासूम की हुई मौत
उधम सिंह नगर के छतरपुर कॉलोनी में एक मासूम की नहर में डूबने से मौत हो गई। मासूम की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। मिली जानकारी के मुताबिक छतरपुर कॉलोनी निवासी अमरनाथ अपने बेटे शिवम को वो आंगनबाड़ी केंद्र छोड़ कर आए थे।
लेकिन कुछ देर बाद उन्हें अपने बेटे की मौत की खबर मिली। परिजनों ने आरोप लगाया है कि आंगनबाड़ी केंद्र संचालक की लापरवाही के कारण ही उनके बेटे की मौत हुई है।
आंगनबाड़ी केंद्र संचालक पर लगाए आरोप
परिजनों ने आंगनबाड़ी केंद्र के संचालक पर आरोप लगाए हैं कि उनकी लापरवाही के कारण उनके बेटे की मौत हुई है। मिली जानकारी के मुताबिक अमरनाथ कुछ ही देर पहले अपने बेटे को 11 बजे के करीब आंगनबाड़ी केंद्र पर छोड़ कर आए थे। जहां से वो बाहर निकलकर खेलते-खलते नहर के पास पहुंच गया।
पैर फिसलने के कारण वो नहर में गिर गया। पीछे खड़े उसके दोस्त ने हल्ला मचाना शुरू कर दिया। जिसे सुनकर लोग आए तो मासूम ने शिवम के नहर में गिरने की बात बताई। लेकिन जब तक लोगों ने बच्चे को बचाने की कोशिश की तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
आंगनबाड़ी केंद्र ने लापरवाही की बात से किया इंकार
जहां एक ओर परिजन आंगबाड़ी केंद्र पर लापरवाही के आरोप लगा रहे हैं तो वहीं आंगनबाड़ी केंद्र प्रबंधन का कहना है कि मृतक का बड़ा भाई उनके केंद्र में पढ़ता है। लेकिन शिवम का अब तक केंद्र में दाखिला नहीं हुआ है। जिस वजह से उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं बनती और ना ही उनकी कोई लापरवाही है।
परिजनों ने आगनबाड़ी केंद्र के बाहर हंगामा शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने पहुंच कर सभी को शांत कराया। जिसके बाद मामला शांत हुआ।