उत्तरकाशी में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन के कारण सिलक्यारा से डंडालगांव तक निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा टूट गया। सुरंग के अंदर करीब 40 मजूदर फंसे हुए हैं। मजदूरों ने बचाव दल से ऑक्सीजन के साथ ही तंबाकू भेजने की मांग की थी।
दिवाली के मौके पर हुआ बड़ा हादसा
दिवाली के मौके पर यमुनोत्री हाईवे पर निर्माणाधीन सुरंग में 12 घंटे की शिफ्ट खत्म करने के बाद मजदूर रविवार सुबह दिवाली की छुट्टी मनाने के लिए जाने ही वाले थे कि सिलक्यारा वाले मुहाने से करीब 250 मीटर आगे 35 मीटर हिस्से में भूस्खलन हो गया। सुरंग में उस समय 45 मजदूर मौजूद थे।
मजदूरों ने की तंबाकू भेजने की मांग
मलबा गिरता देख पांच मजदूर बाहर भाग गए। लेकिन 40 श्रमिक अंदर ही फंस गए। रविवार रात को सुरंग में फंसे मजदूरों से वॉकी-टॉकी के जरिए संपर्क हुआ तो उन्होंने खाना मांगा था। उन्होंने ये इच्छा कागज पर लिखकर पाइपलाइन के जरिये भेजी थी। मजदूरों ने कहा था कि खाने की भले कमी हो जाए लेकिन ऑक्सीजन की कमी मत करना। इसके साथ ही मजदूरों ने तंबाकू भेजने की मांग की थी।
सुरंग में पानी की है पर्याप्त सुविधा
जानकारी के अनुसार एनएचआईडीसीएल के ईई कर्नल संदीप सुदेहरा ने बताया कि सुरंग में पर्याप्त पानी की सुविधा है। आपातकालीन स्थितियों को देखते हुए वहां पर्याप्त पानी रखा जाता है। इसलिए पानी की आपूर्ति की कोई चिंता नहीं है।