जोशीमठ में भू-धंसाव की घटनाओं के बाद जहां बदरीनाथ के दर्शन को श्रद्धालुओं के जाने पर मंथन हो रहा है वहीं अब विश्वप्रसिद्ध पर्यटक स्थल औली में भी इस भू-धंसाव की मार सामने आने लगी है। हालात ये हैं कि औली में बर्फ की चादर बिछी है लेकिन पर्यटक नहीं आ रहें हैं।
दरअसल हर साल औली में बर्फबारी का इंतजार रहता है। हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक बर्फबारी देखने के लिए और बर्फबारी के बाद निखरी औली की खूबसूरती को देखने के लिए पहुंचते हैं। पर्यटक महीनों पहले से ही यहां के होटलों, स्टे में अपनी बुकिंग करा लेते हैं।
लेकिन इस बार हालात बदल चुके हैं। जोशीमठ में भू-धंसाव की घटनाओं के बाद अब पर्यटक औली आने से परहेज कर रहें हैं। चूंकि औली के लिए बेस स्टेशन जोशीमठ ही होता है और अधिकतर पर्यटक यहीं रुकते हैं। लिहाजा जोशीमठ की खबरों ने औली आने वाले पर्यटकों को निराश कर दिया है और पर्यटक यहां नहीं आ रहें हैं।
आंकड़ों के अनुसार इस बार औली आने वाले पर्यटकों की संख्या पिछले साल की तुलना में आधी से कम रह गई है। जिन पर्यटकों ने एडवांस बुकिंग कराई थी उन्होंने भी कैंसिल करा दी है। इससे पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों को इस बार निराशा हाथ लगी है। पर्यटन व्यवसाय से जुड़े व्यापारी जहां सरकार से मदद की उम्मीद कर रहें हैं वहीं आशा कर रहें हैं कि जल्द ही हालात सुधरेंगे।