अब आपको Toll Plaza पर लंबी लाइन में नहीं लगना पडेगा। फास्टैग रूल्स (FASTag Rules) को लेकर नया अपडेट आया है। लोगों की सुविधा के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने फास्टैग अकाउंट को ई-मेंडेट फ्रेमवर्क में शामिल किया है। ऐसे में अब अगर आपके फास्टैग अकाउंट में पैसे खत्म भी हो जाए तो आपको लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। अब आपके बैंक अकाउंट से पैसे फास्टैग अकाउंट से अपने आप ही ट्रांसफर हो जाएंगे।
फास्टैग का नया नियम? (FASTag Rules)
इस साल की शुरुआत में भारतीय रिजर्व बैंक ने ई-मेंडेट फ्रेमवर्क में कुछ चेंजिस किए थे। इसी के साथ नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) और फास्टैग में ऑटोमेटिक रिचार्ज का रूल लागू कर दिया गया। ई-मेंडेट फ्रेमवर्क के नियम के अनुसार आपके फास्टैग अकाउंट में जिस भी बैंक अकाउंट से पैसे भरे जाएंगे, उसी अकाउंट से फास्टैग में पैसे काटे जाएंगे। लेकिन यूजर्स को 24 घंटे पहले एक नोटिफिकेशन आएगा। उसक बाद ही पैसे काटे जाएंगे।
इसके लिए आपको सबसे पहले फास्टैग के लिए मिनिमम राशि की लिमिट तय करनी होगी। लिमिट तय करने के बाद खुद ही आपके फास्टैग अकाउंट में बैंक अकाउंट से पैसे कटकर जुड़ जाएंगे। इस नए नियम की वजह से फास्टैग अकाउंट में आपके पैसे हमेशा रहेंगे।
टोल प्लाजा पर इंतजार करना हुआ खत्म
अकसर लोग फास्टैग अकाउंट में रिचार्ज करना भूल जाते है। जिसके चलते टोल प्लाजा पर पहुंचकर लोगों को फिर लंबी लाइन में खड़ा होना पड़ता है। लेकिन अब इस नए नियम से लोगों को काफी राहत मिलने वाली है। साथ ही हर बार फास्टैग में रिचार्ज की झंझट से ही राहत मिल गई है।
KYC को करना होगा अपडेट
इससे पहले भी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के द्वारा एक नया अपडेट रिलीज किया गया था। इस नियम के मुताबिक अगर किसी भी यूजर के फास्टैग अकाउंट को पांच साल से ज्यादा का समय हो गया है। तो यूजर को अपना अकाउंट चेंज करना पड़ेगा।
तो वहीं तीन साल पूरे होने पर KYC दोबार करानी पड़ेगी। अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो यूजर का अकाउंट ब्लैक लिस्ट में हो जाएगा। इसकी लास्ट डेट 31 अक्टूबर तक है।